रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़़) साकेत वर्मा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है. इस दौरान संघ कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का सम्मान भी किया है. जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है. जो भाजपा गोबर खरीदी योजना को लेकर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों ले रही थी. वहीं भाजपा अब आरएसएस के इस कदम को राजनीतिक से परे हटकर अच्छे कार्यों की सराहना बता रही है.
आरएसएस की इस मुलाकात को लेकर बीजेपी के प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने का कहना है कि आरएसएस ने पूर्व में प्रदेश सहित अन्य राज्य सरकारों को गौ संवर्धन से संबंधित कई सुझाव दिए गए थे. उसमें गोबर के संबंध में भी सुझाव दिए गए थे और ऐसे में जब राज्य सरकार ने गोबर खरीदी का निर्णय लिया है तो राजनीति से परे हटकर सरकार के किए जा रहे हैं अच्छे कार्यों का स्वागत करना चाहिए. इसी के परिपेक्ष में आरएसएस के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उनका अभिवादन किया है.
इधर, कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भाजपा सफेद झूठ बोल रही है, गोबर खरीदने की योजना राज्य सरकार की योजना है जो नरवा, गरुवा, घुरवा बारी के तहत संचालित है. इसी के तहत गोबर खरीदने की योजना बनाई गई है और ऐसे में भाजपा इस योजना की लोकप्रियता को देखते हुए श्रेय लूटने में जुटी हुई है.
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बता दें, मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर सरकार की गोबर खरीदने के फैसले का स्वागत किया है और इसके लिए आभार जताया है. आरएसएस की ओर से मुख्यमंत्री को एक अभिनंदन पत्र भी सौंपा गया है.
सियासी गलियारों में चर्चा तेज
आरएसएस के सदस्यों की भूपेश बघेल के साथ इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. जिस आरएसएस की खुले मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आलोचना करते रहे हैं. वहीं आरएसएस के सदस्य यदि बघेल से मिलने उनके निवास पहुंचते हैं तो इसकी चर्चा होना स्वाभाविक भी है.