कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- कलेक्टर रानू साहू ने निजी अस्पताल में पहाड़ी कोरवा महिला की मौत के मामले में जांच समिति गठित कर दी हैं। जांच समिति 3 दिन के भीतर महिला की मौत के कारणों की जांच कर कलेक्टर को जांच रिपोर्ट देगी। जांच समिति में कोरबा अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री हरिशंकर पैंकरा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती माया वारियर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. बी. बोडे शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ग्राम सतरेंगा निवासी पहाड़ी कोरवा श्री सुख सिंह द्वारा कलेक्टर के समक्ष अपने आवेदन में उनकी पत्नी श्रीमती सोनी बाई की मौत इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के कारण कोरबा शहर स्थित निजी अस्पताल गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में होना बताया गया। कलेक्टर श्रीमती साहू ने श्री सुख सिंह के आवेदन पर तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले की पुरी जांच के लिए जांच समिति गठित कर दी हैं।श्री सुख सिंह ने अपने आवेदन में बताया है कि हाथ मे मामूली फ्रैक्चर के कारण उनकी पत्नी श्रीमती सोनी बाई का इलाज कराने 9 फरवरी 2022 को जिला अस्पताल कोरबा में लाया गया। जिला अस्पताल कैम्पस में ही शुभम और स्वप्निल झा नाम के व्यक्ति द्वारा जिला अस्पताल में इलाज न कराने की सलाह देते हुए गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में इलाज कराने की बात करते हुए 9 फरवरी 2022 को ही दोपहर 2 बजे एच आर स्वप्निल झा और उनके साथियों द्वारा सोना बाई को गीता देवी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। सुख सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी के केवल हाथ में फ्रेक्चर था बाकी उनका स्वास्थ्य ठीक था। उन्होंने बताया कि गीता देवी अस्पताल में भर्ती करने के बाद ऑपरेशन के नाम पर उनकी पत्नी को 3 दिन तक भूखा रखते हुए कई प्रकार की दवाइयों का उपयोग किया गया। श्री सुख सिंह ने बताया कि अस्पताल में हड्डी के इलाज करने वाले डॉ मौजूद नही थे जिसके कारण इलाज में देरी हुई। उनकी पत्नी की मौत हो जाने की सूचना 12 फरवरी 2022 को रात 1:15 बजे परिवारजनों को अस्पताल प्रबंधन द्वारा दी गयी। सुख सिंह ने बताया कि गीता देवी अस्पताल में दी गयी दवाइयों और कई लापरवाहियों की वजह से उनकी पत्नी की मौत हुई है। उन्होंने मामले की जांच की मांग कलेक्टर के समक्ष की हैं।