कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ )शारदा पाल / कटघोरा :– एक तरफ जहां केंद्र सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए अनेकों योजना ला रही है लेकिन शासन के नुमाइंदे या कहे चौकी प्रभारी व ग्राम सचिव द्वारा भोले-भाले ग्रामीणों को दहशत में रखने का कृत्य करते नजर आ रहे है।
कोरबा जिला वनांचल क्षेत्र हैं,लिहाजा यहां बसने वाले ग्रामीण भोले भाले ही रह जाते हैं जिसका नाजायज फायदा उठाते हुए गांव के ही और शासन द्वारा नियुक्त किए हुए ग्राम सचिव जमकर फायदा उठा रहे हैं ताजा मामला केंदई ग्राम पंचायत के महिलाओं के साथ हुई मारपीट व ग्राम सचिव की दबंगई को लेकर मोरगा पुलिस चौकी की निष्क्रियता यहां पर साफ झलक रही है। होली के दिन ग्राम पंचायत केंदई के सचिव वेंकट सिंह व उसके भाई पवन तथा अन्य साथी पुरषोत्तम, कृष्णा, ऋषि, लखन के द्वारा शराब पीकर जगदीश टायर दुकान के संचालक जगदीश व उसकी पत्नी चाँदमनी के पास जाकर गाली गलौज, मारपीट व महिलाओं के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया, बीच-बचाव करने आई कुछ महिला लक्मनिया, शांति के साथ भी गाली-गलौज व मारपीट व अस्मत लूटने का प्रयास करने लगें, लेकिन सचिव साहब अपने आपको इतना सर्वे सर्वा समझते हैं, कि ना तो इनको किसी का खौफ है ना ही किसी का डर मानो चौकी प्रभारी भी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं, जिसके कारण रिपोर्ट लिखाने गई महिला के द्वारा बताए गए मामले पर गंभीरता न दिखाते हुए चौकी प्रभारी ने ग्राम केंदई के सचिव वेंकट सिंह व उसके भाई को छोड़ अन्य साथियों पर मामूली धाराओं पर मामला दर्ज करते हुए उनके सामने नतमस्तक हो गए तथा थाने के बाहर खड़ी भीड़ के सामने वेंकट थाना परिसर में ही गाली गलौज करते हुए वहां से चला गया।
जब मीडिया को जानकारी मिली तब मीडिया द्वारा मोरगा चौकी प्रभारी को इस घटना से अवगत कराते हुए, पुनः उक्त आरोपियों पर महिलाओं के बयान के आधार पुनः एफ आई आर दर्ज बांगों थाना प्रभारी ने पूरे मामले की जानकारी लेते हुए अपराध पंजीबद्ध के विवेचना शरू कर दी है यहां यह बात समझ नहीं आती की केंद्र और राज्य में बैठे मुखिया कसावट लाने की बात करते हैं। लेकिन शासन के नुमाइंदे ही ग्रामीणों पर इतना हावी क्यों हो जाते हैं, और उनसे बदसलूकी भी की जाती है। लेकिन आम जनता जाए तो जाए कहां यह एक चिंतनीय विषय बना हुआ है