हाथियों की दशहत,कुम्हारी गांव के 50 आदिवासियों को मंगलभवन में किया शिप्ट

गौरेला पेंड्रा मरवाही(सेंट्रल छत्तीसगढ़): गौरेला पेंड्रा मरवाही के वन मंडल में हाथियों के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं. हफ्ते भर में हाथियों ने मासूम सहित एक महिला की जान ले ली. जिसके बाद ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. हाथियों का दल मरवाही के कुम्हारी गांव पहुंच गया है. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने दूरदराज इलाकों में रहने वाले लगभग 50 बैगा आदिवासियों को मंगल भवन में ठहराया है. इन ग्रामीणों में 10 से 12 बच्चे शामिल है. चार से पांच महिलाएं गर्भवती है. वन विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. जिसकी वजह से ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा का डर बना हुआ है. स्थानीय लोग ही इस समय उनकी मदद को आगे आए हैं. (Panic of elephants in Marwahi )



गौरेला पेंड्रा मरवाही में महुए ने फिर ली महिला की जान, मासूम बच्चे की हालत भी गंभीर

महुए की खुशबू से हाथियों की बढ़ जाती है आवक: गर्मी के दिनों में मुहआ खाने हाथी अक्सर गांव के आसपास जंगल में पहुंचते हैं. वनांचल इलाकों में महुआ ग्रामीणों की आय का एक बड़ा साधन है. जिसे चुनने ग्रामीण जंगल जाते हैं. इसी दौरान ज्यादातर ग्रामीण हाथियों का शिकार बन जाते हैं.

छत्तीसगढ़ में वन कर्मचारी हड़ताल पर : जंगलों में आग तो गांवों में कोहराम मचा रहे हाथी

छत्तीसगढ़ में हड़ताल पर वन कर्मचारी: एक तरफ हाथी लोगों को कुचलकर मार डाल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में वन कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं. जिससे ग्रामीणों की मुसीबतें और बढ़ गई है. वनकर्मी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.