कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):-कोरबा 15 दिसम्बर 2020/वन मंडल कोरबा अंतर्गत पसरखेत परिक्षेत्र में आज साल और सागोैन के वृक्ष में होने वाली बीमारियों के संबंध में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। वृक्षों को रोग से बचाने यह प्रशिक्षण उष्ण कटिबंधीय वन शोध संस्थान जबलपुर के विशेषज्ञो द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण में साल वृक्ष में होने वाले साल बोरर अटेक तथा सागौन वृक्ष में होने वाली स्केलेटनाइजर एवं लीफ डेफोलियेटर बीमारियों के बारे में बताया गया।
साल वृक्ष में लगने वाले साल बोरर का प्रकोप अधिकांशतः जून-जुलाई के महीने मे देखने को मिलता है। यह समय इन कीड़ो के पनपने के लिए बहुत ही अनुकूल होता है। प्रशिक्षण में बताया गया कि वृक्षों को बीमारियों से बचाने के लिए समय पर उपचार कर प्रकोप को कम किया जा सकता है। प्रकोप को कम करने के लिए किए जाने वाले उपायो में रोग ग्रस्त पेडों को काट कर अलग करना या उसे काट कर जला देना या केमिकल से उपचार करना आदि शामिल हैं। इस प्रशिक्षण के दौरान प्रभाग प्रमुख एवं वैज्ञानिक वन सुरक्षा प्रभाग डॉ. पवन राणा, श्री आर के मालवीय एवं हेनरी थॉमस, वन मंडलाधिकारी कोरबा श्री एन गुरुनाथन, उप वन मंडलाधिकारी दक्षिण कोरबा तथा समस्त वन मंडल स्टाफ उपस्थित रहें।