कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)अंकित सिंह:- कोरबा में वन विभाग की टीम ने अवैध रूप से सर्पों का प्रदर्शन कर रहे हरदी बाजार क्षेत्र के कुछ लोगों पर कार्रवाई की है। इनके कब्जे से सर्पों को मुक्त कराया गया। स्नेक रेस्क्यू टीम की सूचना पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट के अंतर्गत संबंधित लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।
चैत्र नवरात्र के अवसर पर कोरबा के सर्वमंगला मंदिर के आसपास बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति दर्ज हो रही है। इसी का फायदा लेकर कुछ लोग अपने तौर तरीके से स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं। मौके पर सवरापारा हरदी बाजार के लोक पिटारे में रखे सर्पों का प्रदर्शन कर रहे थे। इन्हें देखने के लिए मौके पर तमाशबीन जुटे हुए थे इसी बीच स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेंद्र सारथी को जानकारी मिली तो उन्होंने अपने टीम के देवाशीष रॉय, राजू बर्मन ,अनुज यादव, मोंटू, सूरज,शाहिद और सौरभ श्रीवास्तव को मौके पर भेजा। सौरभ ने यहां पता किया तो मालूम चला कि एक दिन पहले ही सपेरों ने सर्प का दांत तोड़ दिया है जिससे सामने के हिस्से में नुकसान हुआ है। उनके पास पांच दुर्लभ सर्प मिले।
स्नेक रेस्क्यू टीम के द्वारा खबर दिए जाने पर कोरबा डीएफओ श्रीमति प्रियंका पाण्डे ने गंभीरता से लिया जिसपर उन्होंने तुरंत दिशा निर्देश देते हुए कार्यवाही करने का आदेश दिया फिर वन विभाग के अधिकारी यहां पर पहुंचे और जानकारी ली। विभाग के एसडीओ आशीष खैलवार घटना स्थल पर मिले उन्होंने बताया दुर्लभ किस्म साप मिले। इन्हें अवैध रूप से रखना, पालना और प्रदर्शन करना अपराध है। इसलिए वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।एसडीओ ने बताया कि जल्द ही सर्पों को स्वच्छंद विचरण के लिए मुक्त किया जाएगा।
कोरबा जिले का परिस्थितिकी तंत्र वन्यजीवों के लिए काफी बेहतर माना जा रहा है और लगातार इसके उदाहरण सामने आते रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बालको नगर क्षेत्र में 5 एकड़ के हिस्से में bio-diversity पार्क तैयार किया जा रहा है और इसके अलावा बताती सहित दूसरे क्षेत्र में नई संभावनाओं पर काम करने की बात की जा रही है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वन्यजीवों के साथ गैर जरूरी व्यवहार करने से लोगों को बचना चाहिए ।
कोरबा डीएफओ श्रीमति प्रियंका पाण्डे ने सभी को वन्य जीवों के प्रति अपराध होने वाले घंटानो पर अंकुश लगाने के लिए हमेशा सतर्क रहने को कहा साथ ही किसी भी व्यक्ति को आगे इस तरह के कार्य पर संलिप्त पाया गया तो उसके ऊपर कठोर कार्यवाही होगी ये कड़े शब्दों में कहा, साथ ही आम लोगों से अपिल करते हुए कहा कि विभाग की जानकारी दें कर मदद करे।
जितेंद्र सारथी ने बताया हम वन विभाग के साथ मिलकर लगातार वन्य जीवों को बचाने का काम कर रहे उसके लिए आम जनों को हमारी मदद करने होगी तभी जाकर हम अपने जिले में मिलने वाले दुर्लभ जीवों को बचा पाने में कामयाब हो पाएंगे साथ ही किसी भी प्रकार या मदद के लिए हेल्प लाइन नंबर 8817534455 पर संपर्ग करने को कहा ताकि जल्द से जल्द उनको मदद मिले।