सरगुजा/सूरजपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): मां महामाया शक्कर कारखाना केरता में सेंट्रल एक्साइज की टीम ने छापा मारा है. सेन्ट्रल एक्साइज की 12 सदस्यीय टीम शक्कर कारखाना में मोलासीस के टेंडर और करोड़ो रुपए के शक्कर में गड़बड़ी की जांच कर रही है. फिलहाल टीम कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन शक्कर कारखाना में गुरुवार की देर शाम तक जांच जारी रही.
शक्कर कारखाना में मोलासीस टेंडर व करोड़ो रुपए के शक्कर की हेरा फेरी का ममल राज्यसभा सांसद विचार नेताम ने राज्यसभा में उठाया था. इस कार्रवाई को भी इसका ही परिणाम माना जा रहा है. फिलहाल जांच टीम को कारखाना में किसी प्रकार की गड़बड़ी मिली है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है .अधिकारी जांच के बाद ही कुछ बताने की बात कह रहे है.
12 सदस्यीय टीम जैसे ही शक्कर कारखाने पहुंची तो प्रबंधन में हड़कंप मच गया. टीम द्वारा कारखाना में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही अपनी जांच शुरू कर दी गई. इस दौरान टीम ने कारखाना में मौजूद मोलासीस टंकी, शक्कर गोदाम का निरीक्षण करने के साथ ही स्टॉक और बिक्री पंजी की जांच की. इसके साथ ही देर शाम तक टीम कारखाना के बिक्री के दस्तावेजों को खंगालती रही.
राज्यसभा में उठा था मुद्दा
सेन्ट्रल एक्साइज की टीम द्वारा शक्कर कारखाना में की गई छापेमार कार्रवाई को राज्यसभा सांसद राम विचार नेताम द्वारा राज्यसभा में उठाए गए मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्होंने राज्यसभा में मोलासीस और शक्कर बिक्री में की गई गड़बड़ी का मामला उठाया था. राज्यसभा सांसद ने राज्य सभा में मुद्दा उठाया था कि वर्ष 2019-20 में बिना टेंडर किए ही मोलासीस ओडिशा की एक कंपनी को दे दिया गया था जबकि शक्कर बिक्री में 7 करोड़ से भी अधिक की गड़बड़ी की गई थी. सदन में उठाए गए इस गड़बड़ी के बाद ही सेंट्रल एक्साइज की टीम जांच के लिए पहुंची है. हालांकि अब शक्कर बिक्री में 12 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी की बात कही जा रही है.
सेंट्रल टीम की जांच जारी
शक्कर कारखाना संचालक मंडल के अध्यक्ष विद्या सागर सिंह ने बताया कि, सेंट्रल एक्साइज की 12 सदस्यीय टीम शक्कर कारखाना पहुंची है. टीम मोलासीस और शक्कर की बिक्री व भण्डारण की जांच कर रही है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.