कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) पोंडी उपरोड़ा : कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के अंतर्गत शिक्षा विभाग में कार्यरत साधवा राम बंजारे तानाखार के शासकीय स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर थे सदाराम बंजारे पचास प्रतिशत से ज्यादा विकलांग निशक्त थे तथा कोरोना ड्यूटी में उनकी ड्यूटी लगी हुई थी. 17 मई को वो कोरोना संक्रमित हुए और 20 मई को उनकी मृत्यु हो गई. साधवा राम बंजारे विकलांग निःशक्त होने की वजह से उन्होंने कोरोना में लगी ड्यूटी को नही कर पाने की वजह शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवेदन के जरिये बताई थी. लेकिन शिक्षा विभाग के अड़ियल रवैये की वजह से उन्हें ये ड्यूटी करनी पड़ी. निशक्त व कोरोना संक्रमित होने के बाद भी उन्हें छुट्टी नही मिली. और तबियत ज्यादा खराब होने पर बिलासपुर में उनकी मृत्यु हो गई.
छ्त्तीसगढ़ टीचर एशोसिएशन ने जिला शिक्षा अधिकारी पर लगया आरोप..कहा जिम्मेदार कौन
छ्त्तीसगढ़ टीचर एशोसिएशन के प्रदेश संगठन मंत्री प्रमोद सिंह राजपूत ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए मीडिया से बताया कि यहां सरासर गलत है अन्याय है ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए. छ्त्तीसगढ़ में लगभग हमारे 400 शिक्षक साथी कोरोना की काल में समा चुके हैं. छ्त्तीसगढ़ टीचर एशोसिएशन लगातार मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से मांग कर रही है. की हमें बीमा कवर की पॉलिसी दी जाए, और फ्रंटलाइन का दर्जा दिया जाए. साथ ही बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडेय ने वर्चुअल मीटिंग में साफ आदेश निकाला था कि यदि किसी के घर में कोई कोरोना संक्रमित है तो भी कोरोना ड्यूटी करनी पड़ेगी. जोकि पूरी तरह गलत है और शासन के प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. साधवा राम बंजारे की मौत का आखिर जिम्मेदार कौन होगा और उनके इस आदेश से शिक्षकों में तनाव व भय का माहौल है हमारी मांग है जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक निशक्त और गर्भवती तथा शिशु वती को कोरोना ड्यूटी से पृथक किया जाए. जिसे लेकर SDM को आज ज्ञापन सौपा जाएगा.
विभाग ने दी सफाई कहा हमने नही लगाई ड्यूटी ..प्राचार्य ने सहयोग के लिए लगाई होगी ड्यूटी.
पोंडी उपरोड़ा के खंड शिक्षा अधिकारी एल एस जोगी ने सफाई देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग, SDM के निर्देश पर निशक्त, गर्भवती, शिशुवती और गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों की कोरोना ड्यूटी नहीं लगाई गई. हो सकता है स्कूल के प्राचार्य द्वारा सहयोग के लिए साधवा राम बंजारे की ड्यूटी लगा दो गई हो, इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन साधवा राम बंजारे की मौत से शिक्षा विभाग उनके लिए सहानुभूति व्यक्त करतें हैं. विभाग द्वारा दिवंगत कर्मचारी शासन की ओर 50 हज़ार की तात्कालिक सहायता प्रदान की जाएगी.
“छ्त्तीसगढ़ टीचर एशोसिएशन के पदाधिकारियों से सूचना मिली थी कि सहायक शिक्ष साधवा राम बंजारे की कोरोना से मौत हो गई है और उनकी ड्यूटी कोरोना सर्वे में लगी हुई थी, खण्ड शिक्षा अधिकारी को आदेशित किया गया है कि निशक्त, गर्भवती या बड़ी बीमारी से ग्रसित शिक्षकों को कोरोना ड्यूटी के सर्वे से पृथक किया जाए ऐसे कर्मचारियों की सूची उपलब्ध कराए.”