लापरवाही पड़ सकती थी भारी: 3 युवक सेल्फी लेने बीच नदी में उतरे.. हाइडल प्लांट ने छोड़ा पानी ताे जान बचाने डाॅयल 112 को लगाया फोन.. रेस्क्यू कर बचाया.

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : बांगों थाना क्षेत्र के मचाडोली में पिकनिक मनाने गए हसदेव नदी के बीचों बीच सेल्फी लेने के दौरान तीन युवक नदी का अचानक जल स्तर बढ़ने से फंस गए। बतादें की पहले यहां जल स्तर कम देखकर सेल्फी लेने के लिए तीनाें युवक नदी के बीच पानी में चले गए।

पानी के बीच में पुराने पुल के हिस्से में खड़े हाेकर तीनाें मजे कर रहे थे और सेल्फी लेने के साथ ही एक-दूसरे की फाेटाे खींचने में व्यस्त थे। ठीक इसी बीच वहां अचानक जल स्तर बढ़ने लगा। तेज लहर भी उठने लगी। इसे देखकर वहां माैजूद तीनाें लड़काें के हाेश उड़ गए। बांगाे बांध की तरफ से अचानक ज्यादा पानी आने पर उनकाे लगा कि कहीं बांध से पानी ताे नहीं छाेड़ा गया है और घबराकर उन्हाेंने अपनी जान बचाने डाॅयल 112 काे वहीं से काॅल किया। सूचना मिलने पर कुछ देर में डाॅयल 112 की टीम माैके पर पहुंची।

112 का चालक विकास राजपूत, आरक्षक चन्द्रभवन कंवर द्वारा पहले उनकाे पास ही स्थित पुल से रस्सी फेंककर बाहर निकालने की काेशिश की गई। इसके बाद नदी किनारे से रस्सी फेंककर एक-एक कर तीनाें युवकाें काे बाहर निकाला गया। इन दिनाें बांगाे हाइडल प्लांट से पानी छाेड़ा जा रहा है, इसके बाद भी युवक खतरा माेल लेने से लेने से पीछे नहीं हटे और अपनी जान खतरे मे डाली। अगर समय पर नदी के फंसे युवकाें का रेस्क्यू नहीं किया जाता तो बड़ी घटना हाे सकती थी।

फाेटाे, सेल्फी के लिए डूबान क्षेत्र में जाकर जान जाेखिम में डालने से बचे लाेग

बांगाे थाना प्रभारी राजेश पटेल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही तत्काल टीम भेजा गया। डायल 112 की टीम माैके पर पहले से पहुंच गई थी। संयुक्त रूप से रेस्क्यू शुरू किया। बांगाे बांध के अधिकारियाें काे सूचना दी गई और पानी का राेकने कहा गया। करीब एक घंटे में तीनाें काे बाहर निकाल लिया गया। इधर इस घटना के बाद पुलिस ने लाेगाें से आग्रह किया है कि बांगाे बांध या डूबान एरिया में जाकर, नदी में उतरकर किसी तरह से फाेटाे व सेल्फी की काेशिश में अपनी जान जाेखिम में डालने से बचना चाहिए। डूबान में जल का स्तर अचानक कम-ज्यादा हाेते रहता है। इसलिए ऐसी स्थिति बनने की नौबत कभी भी आ सकती है। इसलिए ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे आपकी जान का खतरा हो और वहीं दूसरों को भी परेशानी हो।

पहले भी हाे चुकी है इस तरह की घटनाएं

करीब तीन साल पहले बांगाे डूबान क्षेत्र में ही पिकनिक मनाने पहुंचे तीन लाेग अचानक तेज बहाव की चपेट में आ गए थे। देवपहरी पिकनिक स्पाॅट में भी तेज बहाव में बीच में कुछ युवक फंस गए थे। डेढ साल पहले दर्री बराज के निचले हिस्से में काम के दाैरान पानी के तेज बहाव में बहने से बचे थे। ऐसी घटनाएं न हाे, इसके लिए डूबान क्षेत्र में जाने से बचना चाहिए।