रायपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : – दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ ने सोमवार को सरकार के खिलाफ झाड़ू लगाकर प्रदर्शन किया. दिवंगत शिक्षक की विधवाओं ने हाथों में झाड़ू लेकर सड़क की सफाई कर विरोध जताया. उनका कहना है कि कांग्रेस ने सरकार बनते ही इनको जल्द अनुकंपा नियुक्ति देने का वादा किया गया था. लेकिन सरकार बनने के ढाई सालों बाद भी इनको अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसको लेकर इन लोगों में नाराजगी और आक्रोश देखने को मिला. दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ 27 और 29 जुलाई को विधानसभा का घेराव करने भी निकले थे. जिन्हें रास्ते में पुलिस के द्वारा रोक दिया गया था. अनुकंपा संघ 6 जुलाई को स्कूलों में तालाबंदी करने का निर्णय लिया है.
दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ, अपनी अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर सरकार को जगाने के लिए पिछले 13 दिनों से राजधानी के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर बैठे हैं. 21 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. सरकार के द्वारा इनको किसी तरह का कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया है. जिसके कारण हालात और परिस्थिति से मजबूर होकर इन लोगों ने सरकार को जगाने के लिए अलग- अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं, बावजूद इसके सरकार ने अब तक इनकी सुध नहीं ली है.
अनुकंपा नियुक्ति की मांग और प्रदर्शन
सरकार द्वारा दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए निर्धारित अनिवार्य शैक्षणिक योग्यता बीएड डीएड और टीईटी की परीक्षा देनी होगी. जिसके आधार पर ही उनको अनुकंपा नियुक्ति मिल सकेगी. दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित परिवारों के पास दो वक्त की रोजी रोटी के लिए भी पैसे नहीं है. ऐसे में डीएड, बीएड और टीईटी की परीक्षा कहां से देंगे.
भूपेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षा कर्मियों का संविलियन किया था. ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
छत्तीसगढ़ में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित हैं, जो अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि डीएड, बीएड और टीईटी की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए, सभी दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजनों को उनके शैक्षणिक योग्यता के अनुसार तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी या फिर सहायक शिक्षकों के पद के अलावा प्रयोगशाला शिक्षक के पदों पर और ग्राम पंचायत में सचिव के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए.