राम मंदिर के लिय फंड को लेकर मोहन मरकाम ने साधा निशाना..

जशपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): पीसीसी चीफ मोहन मरकाम दो दिवसीय दौरे पर जशपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारवार्ता में भाजपा पर जम कर निशाना साधते हुए कई गंभीर आरोप लागए. उन्होंने राम मंदिर के लिए चंदा वसूले जाने पर भाजपा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चंदा वसूलकर ढाबे में बैठकर क्या करते हैं ये सब को पता है.

मोहन मरकाम ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ उद्योगपतियों को भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए 36 में से 24 वादों को पूरा कर दिया है. प्रदेश सरकार की आर्थीक नीतियों की प्रशंसा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और नीति आयोग भी कर चुका है.

52 प्रकार के वनोपज की हो रही खरीदी

पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा सरकार के समय समर्थन मूल्य पर सिर्फ 7 वनोपज की खरीदी की जाती थी. लेकिन वर्तमान सरकार 52 प्रकार के वनोपज की खरीदी कर रही है. देशभर के 73 प्रतिशत वनोपज की खरीदी छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय में छत्तीसगढ़ में 50 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई थी. लेकिन कांग्रेस सरकार ने 2019 में 80 लाख, 2020 में 83 लाख और 2021 में 93 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की है.

राज्य सरकार को 5 सौ करोड़ का नुकसान

मरकाम ने धान खरीदी में केंद्र सरकार के रवैये पर हमला करते हुए कहा कि, उपार्जन प्रक्रिया शुरू होने से पहले केंद्र सरकार ने 60 लाख मीट्रिक टन धान छत्तीसगढ़ से लेने की स्वीकृति देने का भरोसा दिया था. लेकिन उपार्जन होने के बाद सिर्फ 24 लाख मीट्रिक टन धान लेने पर सहमति दी है. इससे राज्य सरकार को 5 सौ करोड़ रुपए का नुकसान होगा.

प्रदेश को कर्ज में डूबाने का आरोप

पीसीसी चीफ ने पूर्व की भाजपा सरकार पर प्रदेश को कर्ज में डुबाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में लिए गए 42 हजार करोड़ रुपये कर्ज का बोझ सरकार ढो रही है. इसके एवज में 5 हजार करोड़ ब्याज सरकार को अदा करना पड़ रहा है.

भाजपा पर गंभीर आरोप

मोहन मरकाम ने राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की उम्मीद भी जताई है. भाजपा के राष्ट्रवाद पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजी हुकूमत के लिए मुखबिरी की और एक उंगली तक नहीं कटाई, वे लोग आज हमे राष्ट्रवाद की शिक्षा दे रहे हैं. जिला कार्यकारणी की घोषणा के बाद उभर रहे असंतोष के सुर पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दबाव से नहीं सक्रियता और योग्यता से संगठन में पद मिलता है.