अयोध्या (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- राम मंदिर के भूमिपूजन के शुभमुहूर्त का जल्द ऐलान किया जा सकता है। शनिवार को श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में भूमिपूजन के लिए 3 और 5 अगस्त की तारीख तय करके पीएमओ को भेजी गई है। अब इस पर आखिरी फैसला पीएमओ करेगा कि कौन सी तारीख को राम मंदिर का भूमिपूजन किया जाए।
इसके साथ ही अब राम मंदिर में 3 की जगह 5 गुंबद बनाने का फैसला किया गया है। शनिवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक में इसको लेकर अहम फैसले हुए हैं। राम जन्म भूमि पर बनने वाला राम मंदिर दो की बजाय अब तीन मंजिला हो सकता है। मंदिर की कुल की ऊंचाई 161 फीट किए जाने का भी प्रस्ताव है, जानकारी के मुताबिक मंदिर का एक फ्लोर बढ़ाया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक पहले के राम मंदिर के नक्शे के हिसाब से मंदिर की ऊंचाई पहले 128 फीट प्रस्तावित थी,लेकिन अब मंदिर की ऊंचाई को बढ़ाया गया है। गुंबद और ऊंचाई के अलावा मंदिर के मुख्य परिसर का क्षेत्रफल भी बढ़ाया गया है। राम मंदिर के के लिए गठित कमेटी ने सर्वसम्मति से ये फैसला लिया है। तीन फ्लोर वाले मंदिर का संशोधित नक्शा भी जल्द तैयार कर लिया जाएगा।
पहले के नक्शे के अनुसार, नागर शैली के इस मंदिर परिसर क्षेत्र का दायरा करीब 67 एकड़ में रखा गया था, जिसे नए डिजाइन और ऊंचाई की आवश्यकता के अनुसार 100 से 120 एकड़ में विस्तारित किया जा सकता है। मंदिर की रूपरेखा तैयार होने के 15 दिन के भीतर ही नई डिजाइन के अनुसार मास्टरप्लान तैयार हो सकता है।
इससे पहले प्रस्तावित मॉडल के मुताबिक 2.75 लाख घन मीटर भू-भाग पर राम मंदिर का निर्माण तय था, पूर्व में मंदिर को दो मंजिल का बनाना तय हुआ था। इस मंदिर की लंबाई 270 फुट, चौड़ाई 140 फुट और ऊंचाई 128 फुट रखी गई थी। मंदिर में 330 बीम और दोनों मंजिल पर 106-106 यानी कुल 212 खंभों वाले मंदिर में पांच दरवाजे की डिजाइन बनाई गई थी, हालांकि तीन मंजिल मंदिर बनाए जाने से मंदिर के सभी भागों में वृद्धि होगी। राम मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण मकराना के सफेद संगमरमर से किया जाएगा। गर्भगृह के ठीक ऊपर 16.3 फीट का प्रकोष्ठ बनाया जाएगा, जिस पर 65.3 फुट ऊंचे शिखर का निर्माण होगा।