रायपुर ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिलासपुर और सरगुजा संभाग के ग्रामीण इलाके के मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने गांवों में कोरोना संक्रमण की स्थिति की जानकारी ली. रायगढ़ जिले के तमनार के एक ही मोहल्ले में 30 से अधिक लोगों के संक्रमित होने की मितानिन ने जानकारी दी. जिसके बाद सीएम ने जब विस्तार से पूछताछ की तो मितानिन गोमती साहू ने बताया कि यह सभी लोग बाहर कमाने गए थे. अभी लौट कर आए हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों, प्रवासी श्रमिकों को अनिवार्य रूप से क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराने और उनका करोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य के कई ग्रामीण इलाकों में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों और लोगों के संक्रमित होने की जानकारी मिल रही है.
बाहर से आने वालों को क्वारेंटाइन करने की अपील
राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह जरूरी है कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को गांव, घर-परिवार के बीच जाने देने की बजाय उन्हें गांव के बाहर क्वॉरेंटाइन सेंटर में कुछ दिनों के लिए एहतियात के तौर पर ठहराया जाए. साथ ही उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जाए. कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उन्हें गांव या घर में जाने की अनुमति दी जाए. यह इसलिए जरूरी है कि थोड़ी सी सावधानी बरतकर हम गांव और ग्रामीणों को संक्रमित होने से बचा सकते हैं.
सरकारी कर्मचारी से की अपील
मुख्यमंत्री ने पंचायत पदाधिकारियों, शासन के सभी विभागों के ग्रामीण अमले के कर्मचारियों, खासकर मितानिनों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, कोटवारों से अन्य राज्यों से गांवों में आने वाले पर निगरानी रखने और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहराने के लिए समझाइश देने को कहा है. सीएम ने कहा है कि इस निर्देश का पालन न करने वालों की सूचना तत्काल संबंधित इलाके के तहसीलदार, SDM और जिला प्रशासन को दी जानी चाहिए.
सावधान रहने की अपील
सीएम बघेल ने सभी नागरिकों से कोरोना संक्रमण के वर्तमान हालात को देखते हुए राज्य शासन की ओर से निर्धारित व्यवस्था का पालन करने की अपील की है. सीएम ने कहा कि सभी के सहयोग और सावधानी से ही कोरोना को रोकने और उसे परास्त करने में कामयाबी मिलेगी.