मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के राखी पत्र का ट्वीट में दिया जवाब, बीजेपी पर साधा निशाना

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़)/साकेत वर्मा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के राखी पत्र पर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि बहन सरोज पांडेय जी! आज आपका भाई भूपेश आपसे वादा कर रहा है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी होकर रहेगी, हम सब इसकी तैयारी में लगे हैं.

उसके साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर तंज कसते हुए लिखा है कि, साथ ही आपका आभार इसलिए कि आपने आज एक बार फिर से प्रदेश के सामने ला दिया कि आपके भाई ने 15 साल तक आपके वादे को तोड़ा, आपकी बात नहीं मानी.

राज्यसभा सांसद ने सीएम को लिखा था पत्र

बता दें कि राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रक्षा सूत्र (राखी) भेजी है. सीएम भूपेश को लिखे पत्र में सरोज पांडेय ने प्रदेश में शराबबंदी की मांग की है. उन्होंने लिखा है जिसमें इस रक्षाबंधन पर पूर्ण शराबबंदी का अपना वादा आप पूरा करने का अनुरोध किया है. उन्होंने लिखा है कि आपकी यह बहन आपको याद दिलाती है, कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को राजधर्म निभाते हुए जनता से किए वादे को पूरा करना है


सरोज पांडेय ने पत्र लिखकर वादे को दिलाया याद

उन्होंने आगे लिखा कि इस पत्र का उद्देश्य आपको आपका वादा याद दिलाना है जो आपने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहते हुए चुनावी घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ की सभी माताओं-बहनों से किया था, आपने उन्हें विश्वास दिलाया था कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी तो प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाएगी. आपके वादे पर छत्तीसगढ़ की बहनों ने आप पर विश्वास किया, जिसके फलस्वरूप आप छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए.

राखी यह बहनों के त्योहार

छत्तीसगढ़ प्रदेश की संस्कृति में बहनों का विशेष महत्व है. तीजा-पोरा, राखी यह बहनों के त्योहार हैं. अपने भाइयों के लिए छत्तीसगढ़ की हर महिला साल भर तीजा और रक्षाबंधन का इंतजार करती है और भाई भी उसे कुछ ना कुछ उपहार देते हैं.

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सरोज पांडेय ने सीएम भूपेश बघेल को लिखा पत्र

40 दिनों के लॉकडाउन में बहनों पर होने वाली घरेलू हिंसाओं में कमी

आज कोरोना महामारी से पूरा देश ग्रसित है, हमारा छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है. 40 दिनों के लॉकडाउन में बहनों पर होने वाली घरेलू हिंसाओं में कमी आई थी, लेकिन लॉकडाउन समाप्त होने के बाद और शराब दुकानों के फिर से शुरू होने के साथ ही महिलाओं से अत्याचार फिर शुरू हो गया. एक बच्चा जब नशे में डूबे अपने पिता को अपनी मां को पीटते हुए देखता है, तो उस बच्चे के मन की पीड़ा आप समझ सकते होंगे. अपने पति से रोज पिटती, उस बहन का दर्द भी असहनीय होता है. प्रदेश के मुखिया होने के नाते बहनों की इस पीड़ा को दूर करें.

प्रदेश की लाखों बहनों के साथ, मैं अपने उपहार का इंतजार कर रही हूं…

साकेत वर्मा की रिपोर्ट…!