मानसून सत्र में हंगामे के आसार , खाद बीज की कमी और कोरोना काल मे बदहाली पर होगा संग्राम.

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- 30 जुलाई तक चलने वाले मानसून सत्र में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. जिनमें किसानों से जुड़े मुद्दे, खाद एवं बीज की कमी, कोरोना काल की अवस्थाओं के साथ धर्मांतरण और नक्सलवाद जैसे मुद्दे शामिल हैं. बीजेपी इसे सोमवार को होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक में अंतिम रूप देगी. यह बैठक नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के निवास पर रखी गई है.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में खाद की किल्लत हो रही है. अभी बारिश हुई है लेकिन अभी भी आधे क्षेत्र में बिना पंप के सिंचाई और रोपाई नहीं हो पा रही है. अनियमित रूप से जो कटौती हो रही है किसानों को वर्मी कंपोस्ट को लेकर परेशान किया जा रहा है. इसके अलावा धान संग्रहण केंद्र में जो धान सड़ रहे हैं उसका कोई माई बाप नहीं है. करीब हजार करोड़ रुपये के नुकसान की संभावना है. प्रदेश में गिरती हुई कानून व्यवस्था की स्थिति जगजाहिर है. प्रदेश में माफिया का राज लगातार बढ़ता जा रहा है. धर्मांतरण तेजी से फैल रहा है. इन सारे मुद्दों को बीजेपी विधानसभा में उठाएगी.

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र

वहीं सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हमलो का जवाब देने के लिए रणनीति तय की है. जिसे लेकर मुख्यमंत्री निवास में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. जिसमें सरकार के रुख को अंतिम रूप दिया गया. जानकारी के मुताबिक बघेल सरकार बीजेपी पर महंगाई को लेकर वार करेगी.विधानसभा सत्र को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि, हम विपक्ष के सवालों का जवाब देने को तैयार हैं, बशर्ते विपक्ष सदन छोड़कर ना भागे, पुराना अनुभव रहा कि विपक्ष चर्चा से भागता रहा है.

बगैर वैक्सीन प्रमाण पत्र के विधानसभा में नहीं प्रवेश कर सकेंगे सदस्य

कोरोना के चलते विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने बिना वैक्सीनेशन के सदस्यों के सदन में आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. सभी को वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र लेकर आना होगा. मीडिया प्रतिनिधियों को भी बिना वैक्सीनेशन के विधानसभा में प्रवेश नहीं मिलेगा.