मरे हुए लोगों के नाम से आज भी आबंटित हो रहा राशन..सोसायटी में चल रहा है बड़ा खेल..मिट्टी तेल से लेकर शक्कर के लिए जा रहे दाम ज्यादा..पूर्व सरपंच ने SDM से की शिकायत.

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जो जिंदा हैं, उन्हें कई चक्कर काटने के बाद भी सही समय पर राशन नहीं मिल रहा है वहीं जो स्वर्ग सिधार चुके हैं उनका राशन बंट रहा है. ये कारनामा पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के ग्राम पंचायर तानाखार के एक सरकारी राशन की दुकान में अंजाम दिया जा रहा है. यहां संचालित महिला शक्ति स्व.सहायता समूह कई महीनों से 8 मुर्दों को राशन बांट रहा है.

नियमानुसार व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनका नाम डिलीट करने का प्रावधान है पर दुकानदार मृतकों को जिंदा बताकर शासन को चूना लगा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि उचित मूल्य के दुकानदार क्षेत्रीय निरीक्षक से मिलीभगत कर इस तरह की गड़बड़ी कर रहे हैं. यदि किसी राशनकार्डधारी मुखिया की मृत्यु हो गई है तो उसका बाकायदा नाम परिवर्तित कर दूसरे सदस्यों के नाम से कार्ड बनाने का नियम है. लेकिन यहां सालों से राशन कार्ड को न ही बदला गया और न ही मुखिया या मृत सदस्यों के नाम काटे गए हैं. वहीं गांव के बुधराम बिंझवार – भद्रापारा, हिरोदिया साय धनवार -बरपाली, मदन साय – भलपहरी, सत्यनारायण – नरवा पारा, संतन बाई – अमली भवना, चंदन बाई, अमली भवना, गिरधारी- अमली भवना, कंचन – नरवा पारा जोकि मर चुके हैं. तथा स्थायी रूप से बाहर रह रहे कुंजमती अस्थाई पता नरवा पारा इनका भी राशन निकाला जा रहा है.

मिट्टी तेल, शक्कर देते हैं ज्यादा दाम पर, राशन दुकान के कुछ दिन खुलने से नहीं मिल पाता राशन हितग्राहियों को

तानाखार के पूर्व सरपंच शाखा राम ने तानाखार सोसायटी संचालक महिला शक्ति स्व सहायता शिकायत करते हुए बताया कि समूह द्वारा शक्कर को अधिक मूल्य में बेचा जाता है. मिट्टी तेल भी कई महीनों से नहीं दिया गया है. कई राशन राशन कार्ड धारियों की मृत्यु हो चुकी है तथा एकाकी परिवार होने के कारण इन लोगों का राशन कार्ड बंद हो जाना चाहिए था, लेकिन इनके राशन कार्ड से राशन सोसाइटी संचालकों द्वारा निकाल लिया जाता है. स्थाई रूप से बाहर रह रहे व्यक्तियों का राशन भी इनके द्वारा उठाव किया जाता है. इनके द्वारा महीने में मनमाने तरीके से सात आठ दिन ही मात्र सोसाइटी खोला जाता है. जिसके कारण राशन कार्ड धारकों को कई बार महीने का राशन भी नहीं मिल पाता है. जनता द्वारा कई बार कहने पर संचालकों द्वारा बुरा बर्ताव भी किया जाता है.

पूर्व सरपंच ने अनुविभागीय अधिकारी पोंडी उपरोड़ा को शिकायत करते हुए उक्त सोसायटी संचालक पर जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है.