गौरेला पेंड्रा मरवाही(सेंट्रल छत्तीसगढ़) प्रयास कैवर्त:-छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों में सचिव संघ विगत 17 दिवस से हड़ताल पर बैठे हैं जिससे ग्राम पंचायतों के कामकाज ठप पड़े हैं और ग्राम पंचायतों के सरपंच 1-1 पैसे को मोहताज हैं गौरतलब है कि दिनांक 26. 12.2020 से प्रदेश पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं जिससे पंचायतों के सारे कार्य ढप पड़ गए हैं पंचायती राज व्यवस्था चरमरा गई है और सबसे ज्यादा परेशान प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिक हैं प्रदेश पंचायत सचिव प्रदेश पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पेंशन, मनरेगा, गोधन योजना, नरवा गरवा घुरवा बारी, जैसे महत्वाकांक्षी योजनाओं पर पानी फिर गया है शासन के तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण सचिव अपनी मांग पर अड़े हुए हैं जिसके कारण ग्राम पंचायतों पर ताला लग गया है ।सरपंच सेठ साहूकारों से अपना मुंह छुपाते हुए घर पर बैठे हुए हैं सचिउ के हड़ताल में चले जाने के कारण पंचायतों के सारे निर्माण कर बंद पड़े साथ ही सरपंच पिछला भुगतान नहीं हो पाने के कारण निर्माण कार्य को आगे भी नहीं बड़ा पा रहे हैं ।
शासन का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में हड़ताल पर बैठे हुए सचिव विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हुए अपनी मांगों को पूरा करवाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं जिसमें उनके द्वारा यज्ञ हवन , ढोल नगाड़ा पीटकर, और भैंस के आगे बीन बजा कर साथ ही आज दिनांक 12- 1- 2021 से क्रमिक भूख हड़ताल पर क्रमबद्ध रूप से सचिव बैठे हैं
मरवाही सचिव संघ के हड़ताल धरना प्रदर्शन में
राजेश सुमन
महामंत्री
प्रदेश पंचायत सचिव संघ छत्तीसगढ़,
राम सिंह लोधाम, भुनेश्वर सिंह, बीरबल प्रजापति, कृष्णकांत पांडे, हरिलाल केवट, राजेश कुमार, संतोष गुप्ता, लक्ष्मीकांत मास्को ,हरिप्रसाद यादव, शिवनाथ कुजूर ,अजय सिंह ,भूपेंद्र सिंह परस्ते,प्रसाद काशीपुरी हरिलाल, चंद्रभान सिंह पोर्ते प्रवीण राय, राजेश जयसवाल घनश्याम प्रसाद, सरिता सोनवानी, जोगेश्वर बसंत,
वही रोजगार सहायक संघ मरवाही में रामनिवास सुमेर, संत राम केवट, श्याम लाल सोनवानी ,जमुना प्रसाद कोटेसिंह, दूपत सिंह वाकरे, विजय रजक ,लल्लन प्रसाद, अमर सिंह, सुरेश कुमार ललित कुमार, करतू सिंह हेमंत भानु ,संदीप तिवारी नेवल सिंह उपस्थित रहे,