मंत्री जयसिंह के समर्थक विकास सिंह पर सनसनीखेज आरोप, दवाब देकर महिला से कोर्ट में बदलवाया था बयान, मंत्री समर्थक पर अब छेड़छाड़ का मामला दर्ज, पुलिस ने नेताजी की खोली सभी फाइलें एक साथ, बढ़ सकती है मुश्किलें

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) :- कोरबा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहां राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के खास समर्थक और कोरबा कांग्रेस महामंत्री विकास सिंह कर खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया है। विकास पर इस बार महिला से छेड़छाड़ का आरोप है। कोरबा एसपी अभिषेक मीणा को सौंपे एक शिकायत में दीपका क्षेत्र की एक महिला ने इस युवा नेता पर कई सनसनीखेज आरोप गए हैं। पुलिस में विज्ञप्ति पर यकीन करें तो रजनी (बदला हुआ नाम) आरोपी ने किसी हिंदी फ़िल्म के विलन की तरह रेप पीड़ित आदिवासी महिला के परिवार को जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद उस आदिवासी महिला ने अपने बच्चों और पति की जान के बदले कोर्ट में अपना बयान बदल दिया, नतीजतन कोर्ट ने गलतबयानी का दोषी मानते हुए महिला को दो साल की सजा सुना दी। बावजूद महिला ने हार नहीं मानी और आरोपी विकास सिंह के खिलाफ जिले के एस पी अभिषेक मीणा से 12 मई 2020 को शिकायत की। मगर इस बात की भनक विकास सिंह को लग गई और आरोपी ने 13-14 मई की रात महिला के साथ अंतरंग तस्वीरों के प्रिंट निकलवा कर उसके घर पर फेंकवा दिए और धमकी दी कि उन तस्वीरों को वायरल कर देगा। इस मामले में बाद से ही विकास सिंह की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर हो रही हैं, जिसमें वो कोरबा से विधायक और मंत्री जयसिंह अग्रवाल के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। दीपका पुलिस ने एसपी अभिषेक मीणा से मिले जांच निर्देश के बाद त्वरित कार्रवाई करते मामले में आईपीसी की धारा 354 (क)(1)2 ,354(घ)506,509 ख) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने अपनी विज्ञप्ति में विकास के उन तमाम कथित अपराधों का भी जिक्र किया है जो कोरबा जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज है। ऐसे में बलवा, मारपीट जैसे कई मामलों में आरोपी रहे विकास की मुश्किलें बढ़ सकती है। कोरबा पुलिस ने आम लोगो से अपील की है कि कोरबा पुलिस सदैव महिलाओं के ऊपर होने वाले लैंगिक उत्पीड़न शोषण एवं छेड़छाड़ से संबंधित अपराध के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु तत्पर है एवं ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए कटिबद्ध है किसी भी महिला की ऐसी कोई शिकायत हो तो पुलिस बताएं पुलिस तत्काल आरोपियों पर कार्यवाही करेगी,, कोरबा में गुंडे बदमाशों पर आगे भी ऐसी कार्यवाही जारी रहेगी।