कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- नगर निगम कोरबा अंतर्गत कार्य कर रहे स्वच्छता मित्रों का हाल बुरा है, इन्हें कार्य से संबंधित कई असुविधाओं का सामना करना पड़ता है, इन्ही सब समस्याओं को लेकर भाजपा कोसाबाड़ी मंडल एवं भाजपा पार्षद दल ने नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल के नेतृत्व में नगर निगम का घेराव किया, विगत दिनों नेता प्रतिपक्ष द्वारा स्वच्छता मित्रों की मांगों को लेकर आवाज उठाई गई थी, निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंप कर शीघ्र समस्या का समाधान करने मांग की गई थी, परंतु नगर निगम के ढुलमुल रवैये की वजह से विवश होकर स्वच्छता मित्रों से संबंधित अनेक समस्याएं एवं मांगो को लेकर घेराव किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से न्यूनतम और कुशल श्रमिक के बराबर दैनिक वेतन प्राप्ति, पीएफ और ईएसआईसी की सुविधा, दुर्घटना अथवा किसी आपात स्थिति में 07 लाख रुपए मुआवजे की व्यवस्था, वेतन का भुगतान प्रतिमाह निश्चित तिथि पर होने की मांग, सप्ताह में छुट्टी की व्यवस्था कार्य करने वाले कर्मचारी को अनावश्यक ना निकाला जाए इसकी मांग, एसएलआरएम सेंटर के नजदीक निवासरत लोगों को उसी सेंटर में कार्य की प्राथमिकता दिए जाने, एसएलआरएम सेंटर से प्राप्त उत्पाद से आए का लाभ स्थानीय सेंटर के कर्मचारियों को मिले, निगम द्वारा प्रदान किए गए रिक्शे की मरम्मत का व्यय नगर निगम स्वयं वहन करे, कचरा कलेक्शन हेतु ई-रिक्शा प्रदान किया जाए, स्वच्छता मित्रों को संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सुरक्षा उपकरण जूता, हेलमेट इत्यादि प्रदान किया जाए, एसएलआरएम सेंटर को समय-समय पर सेनीटाइज किया जाए, एसएलआरएम सेंटर में हर माह मेडिकल कैंप लगाकर स्वच्छतामित्रों के स्वास्थ्य की जांच की जाए, कार्यस्थल पर आने व सेल्फी का समय सभी सेंटरों में एक समान सुनिश्चित किया जाए, गर्भावस्था के दौरान महिला स्वच्छता मित्रों को अवकाश दिया जाए, स्वच्छता मित्रों को स्वास्थ्य अवकाश एवं अवकाश दिया जाए, ये मांगे प्रमुख थी !
यह घेराव पूरे दिन भर लगातार चलता रहा, बरसात में भीगते हुए स्वच्छ्ता मित्रों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने आंदोलन जारी रखा, निगम प्रशासन की ओर से अपर आयुक्त अशोक शर्मा, संजय तिवारी ने कई बार आकर बात की, किन्तु उनके पास किसी भी समस्या का हल नही था इस दशा में भाजपा प्रतिनिधि मंडल में निगम आयुक्त से वार्तालाप की, जिसमे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखन देवांगन, भाजपा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अशोक चावलानी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष अजय विश्वकर्मा, महिला मोर्चा प्रदेश सदस्य मंजू सिंह, ज्योति वर्मा, पार्षद ऋतु चौरसिया, नरेंद्र देवांगन, विकास अग्रवाल, सुफल दास शामिल थे, 15 सूत्रीय मांगों में से 5 मांगो को निगम आयुक्त ने तत्काल मांन लिया ,जिसमें रिक्से का मेंटेनेंस नगर निगम द्वारा कराया जाएगा इस बात पर सहमति बनी, जो रिश्ते पूरे खराब हो चुके हैं उसको बदलकर 64 ई-रिक्शा 1 महीने के अंदर लाया जाएगा, सभी एसएलआर सेंटर में मेडिकल कैंप/ मेडिकल यूनिट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी,जो वेस्टेज का बिक्री होगा उसकी राशि को स्वच्छता मित्रों में ही बांटी जाएगी ,दुर्घटना होने पर ₹200000 मुआवजा राशि दी जाएगी।साथ ही अन्य मांगों को राज्य सरकार को भेजा जाएगा, उक्त चर्चा के बाद भी आंदोलनकारी भीगते बरसात में डटे हुए थे, वे न्यूनतम वेतनमान की बात पर अड़े हुए थे।पुलिस प्रशासन ने साकेत भवन को छावनी में तब्दील कर दिया था, नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू दल बल सहित सुबह से ही निगम में डटें हुए थे,मांग पूरी नही होने की स्थिति में अनुविभागीय अधिकारी कोरबा,तहसीलदार ने आकर चर्चा की,उन्होंने आश्वाशन दिया है कि 7 दिवस के भीतर 1 त्रिपक्षीय बैठक जिलाधीश महोदय के साथ आयोजित की जाएगी, इस बैठक में जिलाधीश, निगम के अधिकारी,नेता प्रतिपक्ष सहित स्वच्छता कर्मी की मौजूदगी में समस्याओं का समाधान किया जाएगा,कार्यक्रम में कोसाबाड़ी मण्डल महामंत्री उदय सिंह,राजेश सोनी,राजेश राठौर,रमा मिरी,पुष्पा चौहान, नारायण महंत, शैल राठौर, द्रौपदी वर्मा,अमित मिंज,बुधवार साय यादव,कमला बरेठ, सतीश झा,विकास झा,गंगाराम,भारद्वाज,लुकेश्वर चौहान,आरती अग्रवाल,धनश्री साहू सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे