कोरबा/पसान (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिला शासन प्रशासन के नाक के नीचे जिले के पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम बैरा बम्हनी नदी रेत खदान में ठेकेदारों द्वारा रॉयल्टी दर से चार गुना अधिक पैसा लेने का लगातार मामला सामने आ रहा है,
दरअसल पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत बैरा रेत खदान में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी के नियमो का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है. रेत खदानों में ठेकेदार के द्वारा चैन माउंटेन से रेत उत्खनन किया जा रहा है. ठेकेदार का चैन माउंटेन मशीन धड़ल्ले से नदी का सीना छलनी कर रहा है.
जिससे शासन व खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर उठने लगे हैं सवाल, आखिर ठेकेदार को मनमानी करने की खुली छूट प्रशासन ने क्यो दी गई है. वहीं दूसरी तरफ सरकार की बड़ी स्त्रोत कहीं जाने वाली माइनिंग में भ्रस्टतंत्र के कारण रोजाना लाखो रुपया का चूना लग रहा है.
जिसमे आमजनों की जेब से 4 गुना अतरिक्त भार पड़ रहा हैं, टेंडर प्रक्रिया द्वारा संचालित उक्त बैरा रेत खदानो में संचालक द्वारा रॉयल्टी से अधिक पैसा लिया जा रहा हैं. कोरबा जिला के ग्राम बैरा रेत घाट में कालाबाजारी का भी मामला सामने आ रहा है.
पोड़ी उपरोड़ा SDM संजय मरकाम को जैसे ही बम्हनी नदी पर ठेकेदार के द्वारा रेत घाट पर चैन मशीन व हाइवा वाहन नदी पर रेत लोड कर रहे है.फौरन मामले की गंभीता को देखते हुए पसान में पदस्थ तहसीलदार सुनील कुमार कुलमित्र व पसान थाना से बल लेकर बैरा रेत घाट पर छापा मार कर 5 हाइवा और एक 210 चैन मशीन को जप्त कर विधिवत कार्यवाही नहीं की जा रही है. जबकि जिला प्रशासन ने कुछ दिन पूर्व ही 4 माह के लिए रेत घाट से रेत खनन को प्रतिबंधित किया गया है. इसके बावजूद जिले के कई घाटों से अवैध रेत खनन किया जा रहा है. जबकि इसकी जानकारी खनिज या राजस्व विभाग को भी है लेकिन इडके बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की जाती है.इससे खनिज एवं राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर उठने लगे हैं सवाल :
बाइट SDM संजय मरकाम पोड़ी उपरोड़ा