राजनांदगांव(सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ सरकार लॉकडाउन के दौरान मदिरा प्रेमियों को होम डिलीवरी में शराब उपलब्ध करा रही है. इसके लिए शराब की ऑनलाइन बुकिंग की जाती है. उसके बाद दुकान से घर पर शराब पहुंचाई जाती है. डोंगरगांव में ऑनलाइन बुकिंग के बाद भी मदिरा प्रेमियों को दुकान पर बुलाया जा रहा है.
दुकान में दी जा रही शराब
ऑनलाइन बुकिंग तो हो गई लेकिन शराब घर तक नहीं पहुंची. शासकीय शराब दुकान से फोन कर उन्हें दुकान पर ही बुलाया गया. छत्तीसगढ़ आबकारी मंत्री के दिशा-निर्देश पर मदिरा प्रेमियों के लिए शराब की घर पहुंच सेवा शुरू की गई. इसका उद्देश्य सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखना बताया था. ऑनलाइन डिलीवरी शुरू होने के कुछ दिन बाद ही विभाग के लोगों ने आदेशों की अनदेखी करना शुरू कर दिया है. अब दुकान से शराब घर पहुंचाने की बजाय लोगों को दुकान पर ही बुलाया जा रहा है.
मदिरा प्रेमियों में गुस्सा
शासन-प्रशासन की इस प्रकार की व्यवस्था को लेकर लोग आक्रोशित हैं. उनका कहना है कि शराब ऑनलाइन बुक करने के बाद सेवा शुल्क के रूप में 118 रुपए की राशि घर पहुंच सेवा के रूप में काट ली जाती है. सर्वर और टाइमिंग को लेकर भी लगातार परेशान होना पड़ता है. घर पहुंच सेवा शुल्क लेने के बाद भी उन्हें यह सुविधा नहीं दी जा रही है. उल्टे उन्हें मदिरा दुकान तक बुलाया जा रहा है, जिससे आर्थिक और मानसिक क्षति हो रही है.
कार्रवाई की मांग
दुकान तक जाने और आने में पेट्रोल का खर्चा जुड़ जाता है. शासन की गाइड लाइन के अनुसार स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी प्रकार से कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन ना हो और सोशल डिस्टेंस को बनाए रखा जाए, लेकिन आबकारी विभाग इन नियमों को खुली चुनौती देते हुए गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. बकायदा फोन करके मदिरा प्रेमियों को एक निश्चित टाइम में शराब लेने के लिए शासकीय शराब दुकान तक बुलाया जा रहा है. मदिरा प्रेमियों ने इस मामले में शासन को कड़ा रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारी कर्मचारी पर कार्रवाई किए जाने की बात कही है.