नई दिल्ली(सेंट्रल छत्तीसगढ़): चुनाव सुधारों की वकालत करने वाले समूह एडीआर (adr) ने एक रिपोर्ट पेश की है. उस रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सबसे अमीर पार्टी (bjp richest party) है, जिसने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 4,847 करोड़ की संपत्ति घोषित की है. दूसरे नंबर पर मायावती (Mayawati) की बसपा (BSP) है, जिसकी संपत्ति 698.33 करोड़ रुपये रही है. तीसरे नंबर पर कांग्रेस (Congress) है और उसने 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति सामने रखी है. द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 2019-20 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की संपत्ति और देनदारियों के अपने विश्लेषण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है.
क्या कहती है ADR की रिपोर्ट?
एडीआर (ADR) की रिपोर्ट में सात राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों की संपत्ति का ब्योरा दिया गया है. जानकारी दी गई है कि राष्ट्रीय दलों में सबसे ज्यादा संपत्ति वाली पार्टी बीजेपी (BJP) रही है, वहीं बात जब क्षेत्रीय दलों की आती है तो समाजवादी पार्टी ने सबसे अधिक 563.47 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है. दूसरे क्षेत्रीय दलों की बात करें तो टीआरएस (TRS) ने 301.47 करोड़ रुपये की संपत्ति का ब्योरा दिया है. अन्नाद्रमुक की तरफ से 267.61 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई गई है.
वहीं, बात जब कुल संपत्ति की आती है तो सात राष्ट्रीय दलों द्वारा 6,988.57 करोड़ रुपये की आय घोषित की गई है, वहीं क्षेत्रीय दलों ने 2,129.38 करोड़ की संपत्ति सामने रखी है. एडीआर (ADR) की रिपोर्ट में ये भी प्रमुखता से सामने आया है कि कुछ पार्टियों के पास ज्यादा संपत्ति है तो कुछ इस मामले में काफी पीछे छूट गई हैं. क्षेत्रीय दलों में ही सिर्फ टॉप 10 दलों के पास कुल संपत्ति का 95.27 शेयर मौजूद है. राष्ट्रीय दलों के आंकड़े में भी ये फर्क साफ देखने को मिलता है.
फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी में क्या हाल?
इस सब के अलावा फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी के मामले में भी बीजेपी (BJP) ने सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित की है. दूसरे पायदान पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) रही है. बीजेपी ने 3,253.00 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की तो वहीं बसपा ने भी 618.86 करोड़ घोषित कर दिए हैं. यहीं आंकड़ा जब क्षेत्रीय दलों का देखा जाता है तो सपा द्वारा 434.219 करोड़ घोषित किए गए हैं, TRS ने 256.01 करोड़, AIADMK ने 246.90 करोड़, DMK ने 162.425 करोड़, शिवसेना ने 148.46 करोड़, BJD ने 118.425 करोड़ रुपये.
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में सभी पार्टियों की देनदारी का भी पूरा ब्योरा दिया है. बताया गया है कि वर्ष 2019-20 में कुल 74.27 करोड़ रुपये की देनदारी राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित की गई है. इस कड़ी में भी जो संपत्ति उधार के जरिए ली है वो आंकड़ा 4.26 करोड़ बैठा है, वहीं अन्य देनदारियों के तहत 70.01 करोड़ रुपये की कमाई हुई है.