रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): महात्मा गांधी पर विवादित बयान देने के बाद गिरफ्तार हुए संत कालीचरण दो दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं. इस बीच गुरुवार रात दिल्ली से रायपुर लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर रमन सिंह और बृजमोहन अग्रवाल पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उनमें साहस है तो कहें कि वो कालीचरण के बयानों का समर्थन करते हैं.
एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बघेल ने कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बृजमोहन अग्रवाल कालीचरण के बयानों की निंदा नहीं कर रहे हैं, मतलब यह गोडसे मुर्दाबाद नहीं कर सकते हैं. उनके हृदय में गोडसे ही बसे हुए हैं. मजबूरी में महात्मा गांधी की जय बोलते है.
गिरफ्तारी पर कही ये बात
बघेल ने कहा की किस राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में नहीं जाती है. क्या तेलंगाना की पुलिस छत्तीसगढ़ नहीं आती है. पिछले महीने मध्य प्रदेश की पुलिस क्या छत्तीसगढ़ नहीं आई थी, किससे सहमति लेकर आए थे. यह लोग बहाना ढूंढ रहे हैं लोगों को बरगला रहे हैं. बघेल ने इसे विधि सम्मत कार्रवाई बताते हुए कहा कि यह कोई गलत कार्रवाई नहीं की गई है. यदि नरोत्तम मिश्रा यह कह रहे हैं तो छत्तीसगढ़ में मध्य प्रदेश की पुलिस कैसे आई थी? क्यों आई थी और किस से पूछ कर आई थी ? तो क्या नरोत्तम मिश्रा इसका जवाब देंगे कि इन लोगों को कालीचरण की गिरफ्तारी से कितनी पीड़ा हुई है.
रायपुर की धर्म संसद में दिया था आपत्तिजनक बयान
रायपुर की धर्म संसद में 26 दिसंबर को कालीचरण महाराज ने मंच से महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इतना ही नहीं बल्कि गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या करने के लिए धन्यवाद दिया था. इसके बाद मंच पर ही उनका विरोध शुरू हो गया था. देर रात रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने टिकरापारा थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. जिसके बाद से पुलिस लगातार कालीचरण की तलाश कर रही थी.