बिलासपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : PDS के चावल के साथ हेरा-फेरी की शिकायत प्रदेशभर से आ रही है. शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में शासकीय उचित मूल्य की दुकान से पीडीएस का 10 क्विंटल चावल ले जा रहे पिकअप को जब्त किया है. पुलिस ने बताया कि ये चावल शनिचरी बाजार में बेचने के लिए लेकर जाया जा रहा है था. पुलिस ड्राइवर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है.
प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों के भरण पोषण के लिए राज्य सरकार ने पीडीएस व्यवस्था लागू करते हुए चावल देने का फैसला लिया था. प्रदेश के करीब 10 लाख लोगों को इस योजना का लाभ प्रति माह दिया जाता है, लेकिन इस बीच शासकीय उचित मूल्य की दुकान चलाने वाले लोगों पर अवैध रुप से चावल बेचने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. बिलासपुर के वार्ड क्रमांक- 21 गुरु घासीदास नगर से चावल की हेरा-फेरी किए जाने की शिकायत मिली थी. मिनी बस्ती की राशन दुकान से 10 क्विंटल पीडीएस का चावल अवैध रुप से शनिचरी बाजार में बेचने 4 लोग लेकर जा रहे थे. इस दौरान पुलिस ने गाड़ी रोक कर सभी को गिरफ्तार कर चावल जब्त कर लिया है.
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि गाड़ी में ड्राइवर के साथ 3 और लोग भी मौजूद थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में पिकअप के ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि इस काम में कई और लोग शामिल हैं.
PDS दुकानों में राशन की हेराफेरी
प्रदेशभर से PDS दुकानों में धांधली की शिकायतें सामने आ रही हैं. कुछ दिनों पहले कोरबा जिले से अरहर की दाल में तौल कम किए जाने की शिकायत मिली थी.छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संकटकाल में राशन कार्डधारियों को जून महीने तक एक-एक किलो निशुल्क अरहर दाल देने का निर्णय लिया था. इसके साथ ही पोषण सुरक्षा अधिनियम के तहत बनाए गए राशन कार्डधारियों को भी जून महीने तक निशुल्क दाल वितरण करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन कोरबा के करतला के कर्रापाली पंचायत के लोगों के हक में डाका डाला जा रहा है.कर्रापाली पंचायत के लोगों का आरोप है कि शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक अरहर दाल के वितरण में घपला कर रहे हैं. लोगों ने बताया कि सोसायटी संचालक 1 किलो दाल देने की बजाय, हितग्राहियों को 920 ग्राम अरहर दाल दे रहे हैं. जबकि राशनकार्ड हितग्राहियों को 1 किलो अरहर दाल देने का आदेश है.