बालोद: लापरवाही बरतने वाले दुकानदारों पर प्रशासन ने की कड़ी कार्रवाई, बाजार में व्यापारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की खूब उडाई धज्जियां, तहसीलदार की टीम ने कई दुकानों को किया सील..

बालोद (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : कोरोना वायरस की रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है. कोरोना मरीजों के आंकड़े हर रोज बालोद स्वास्थ्य विभाग को चौंका रहे हैं. इसे लेकर एक बार फिर प्रशासन ने कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर ब्रेक लगाने लॉकडाउन की घोषणा की गई है. बावजूद इसके लोग जागरूकता नहीं दिखा पा रहे हैं. शहर में व्यापारी भी अपने व्यापार से मोह नहीं हटा पा रहे हैं. बाजार में व्यापारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई हैं. इस पर अब प्रशासन सख्त नजर आ रहा है.

लॉकडाउन के बाद भी कुछ व्यापारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में अब तहसीलदार की टीम ने कई दुकानों को सील कर दिया है. बाजार में तहसीलदार, राजस्व संहिता, नगर पालिका की टीम पहुंची. जहां बाजार के सभी गेट को बंद कर दिया. साथ ही 12 बजे के बाद सब्जी की दुकानों को हटाने के आदेश दिए. यह आज बाजार का आखिरी दिन था, जिसके बाद से पूरा जिला कंटेनमेंट जोन में तब्दील हो जाएगा. सब्जी फल की दुकानें भी नहीं लग पाएगी.

बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही धज्जियां

प्रशासन की टीम जब शहर भ्रमण में निकली, तो कई दुकानों में लापरवाही नजर आई, जिसके बाद से प्रशासन ने तीन दुकानों को सील कर दिया. वहीं कई दुकानदार प्रशासन की टीम को आते जाते देख अपने शटर बंद करते नजर आए, लेकिन टीम के बाहर निकलते ही बंद दरवाजे से दुकानदारों ने व्यापार चालू दिया. कोरोना काल में लोग सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

Municipality team took action against shopkeepers who were negligent in Balod

बालोद में बाजार के गेट पर प्रशासन की तैनाती

कोरोना को लेकर कड़े तेवर में बालोद प्रशासन

बता दें कि बालोद जिले में पिछले एक महीने में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है. जिले में फिलहाल 1 हजार 835 कोरोना मरीज हैं. कोरोना के सभी मरीजों का इलाज कोविड-19 हॉस्पिटल में किया जा रहा है. कुछ लोगों का इलाज होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा है. प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन का फैसला लिया है. जिलेभर में शाम 6 बजे से कंटेनमेंट जोन के रूप में प्रभावशाली रहेगा. वहीं नियमों का उल्लंघन करने पर प्रशासन कड़े तेवर दिखा रहा है.