बलौदाबाजार (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : कलेक्टर सुनील कुमार जैन और एसपी I.K. एलेसेला ने शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है. उन्होंने बलौदाबाजार के निचले क्षेत्रों और बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया. बता दें कि बीते दो से तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से जिले के अधिकांश नदी-नाले उफान पर हैं. शहर के निचले इलाकों और नदी-नालों के किनारे बसे घरों में पानी भर गया है. इन सभी स्थिति पर कलेक्टर-एसपी नजर रखे हुए हैं. जिला कार्यालय स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है. नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 07727-223697 है. जानकारी के मुताबिक नियंत्रण कक्ष 24 घंटे चालू रहेगा. नियंत्रण कक्ष के नंबर पर कोई भी व्यक्ति सूचना दे सकता है.
कलेक्टर सुनील जैन ने शुक्रवार को सुबह जिले के सभी एसडीएम से स्थिति की जानकारी लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि अफसर अपनी पूरी ताकत राहत बचाव कार्य में झोंक दें. कलेक्टर के निर्देश पर पहंदा, कौवाडीह और मगरचबा में 6 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. ये सभी खोरसी नाले के पानी में फंस गए थे.
बाढ़ प्रभावित लोगों को किया गया रेस्क्यू
नगर सेना के कमांडेंट नागेंद्र सिंह और एसडीएम लाइफ बोट की मदद से नन्हीं बच्ची और उसके परिवार वालों को बचाया गया. इसके साथ ही बाढ़ के पानी से उनके पालतू जानवरों को भी सुरक्षित निकाला गया. कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को सक्रिय होकर दौरा करने को कहा है. खासकर निचले इलाकों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर ने कहा है कि अगर बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो या जान-माल का खतरा हो तो तत्काल उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए. साथ ही उनके लिए खाने-पीने की समुचित इंतजाम सुनिश्चित किया जाए.
बाढ़ प्रभावित लोगों को किया गया रेस्क्यू
कलेक्टर ने बाढ़ के कारण होने वाले संपति और जनहानि के नुकसान का तत्काल सर्वे कर प्रकरण प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, ताकि आरबीसी 6-4 के तहत सहायता स्वीकृत किया जा सके. वहीं बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों को मंडी परिसर में रखा गया है. साथ ही सभी को ग्राम पंचायत के माध्यम से राशन सामग्री भी दिया गया है. संयुक्त कलेक्टर अरविंद पांडे ने बताया कि जिले में हो रहे मूसलाधार बारिश के कारण जिले में बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है. उन्होंने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है. साथ ही उनके लिए उचित व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण होने के बाद बाढ़ से हुए नुकसान के संबंध में जायजा लिया जाएगा और प्रावधान के मुताबिक क्षतिपूर्ति राशि भी दी जाएगी.