सूरजपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) शातंनु सिंह :- प्रतापपुर में सरपंचों ने बुधवार को जनपद कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान यहां एक्सिस बैंक सूरजपुर के अधिकारी प्रतापपुर की पंचायतों का खाता खुलवाने पहुंचे थे. सरपंच संघ वहां खाता खोलने का शुरू से विरोध कर रहे हैं और जनपद सीईओ पर दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है. सरपंचों का विरोध प्रदर्शन करीब 1 घंटे तक जारी रहा.
14वां वित्त के बाद अब केंद्र सरकार ने 15वां वित्त योजना शुरू की है, जिसमें पंचायत विकास के लिए राशि जिला पंचायत को मिल चुकी है और अब यह राशि पंचायतों के खातों में ट्रांसफर होनी है. कुछ दिन पहले यह बात सामने आई थी कि, जनपद सीईओ की ओर से सभी पंचायतों को 15वां वित्त की राशि के लिए एक्सिस बैंक सूरजपुर में खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया गया है. सरपंचों को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने इसे अधिकारियों का दबाव बताते हुए विरोध शुरू कर दिया और सचिवों को दस्तावेज जमा करने से मना कर दिया था. उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष को भी आवेदन देकर सहयोग की मांग की थी. जिसके बाद मामला कई दिनों से लंबित पड़ा था.
सरपंच संघ का विरोध
इस बीच 26 अगस्त को अचानक एक्सिस बैंक सूरजपुर के अधिकारी प्रतापपुर पहुंचे थे और जनपद कार्यालय के सभागार में बैठ खाता खोलने की प्रक्रिया करने लगे. जिसकी जानकारी स्थानीय सरपंचों को मिली तो वे बड़ी संख्या में जनपद कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए और कार्यालय का घेराव कर दिया. विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि एक्सिस बैंक के अधिकारी वापस जाने की मांग करने लगे. इस दौरान जनपद सीईओ ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वे नहीं माने और खाता प्रतापपुर से बाहर खोलने को तैयार नहीं हुए.
अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप
सरपंचों का कहना है कि सूरजपुर बहुत दूर है, कई पंचायतों की दूरी 100 किलोमीटर से ज्यादा है और बैंक के काम के लिए इतना दूर जाना आसान नहीं होगा और खर्च भी बढ़ेगा. उन्होंने इस बैंक पर स्वच्छ भारत मिशन के खाते होने के दौरान परेशान करने और मिशन से जुड़े अधिकारियों के साथ मिल कमीशनखोरी का आरोप भी लगाया है और कहा कि फिर वहां खाता खोलने से यहीं बातें होंगी और वे स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पाएंगे. सरपंच संघ ने सभी बातों को रखते हुए एक्सिस बैंक में खाता नहीं खोलने की बात कही है.
स्टेट बैंक प्रतापपुर में खुलेंगे खाते
सरपंचों का विरोध देखते हुए एक्सिस बैंक के अधिकारियों को बेरंग लौटना पड़ा. वहीं विरोध के बाद तय हुआ कि अब 15वां वित्त की राशि के लिए भारतीय स्टेट बैंक प्रतापपुर में खाते खोले जाएंगे. मिली जानकारी के अनुसार जनपद सीईओ निजामुद्दीन ने सरपंचों के विरोध की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी, जिसपर प्रतापपुर में ही खाते खोलने के निर्देश मिले हैं. सीईओ ने जब इस बात से सरपंचों को अवगत कराया तो उनका विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ. इसके बाद एसबीआई के ब्रांच मैनेजर ने फौरन खाता खोलने का आश्वासन दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि अब बैंक में पंचायतों के लिए अलग से कैश काउंटर बनाया जाएगा, ताकि लेन देन में परेशानी न हो और ज्यादा देर तक इंतजार न करना पड़े.
खाते के चक्कर में अबतक नहीं मिली राशि
एक्सिस बैंक सूरजपुर में खाता खोलने के लिए कई दिन पहले निर्देश मिला हुआ था, जिसका विरोध किया जा रहा था , जिसके कारण अबतक तय नहीं हो पाया था कि खाते कहां खुलेंगे. इस दौरान सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि खातों के चक्कर में अबतक पंचायतों को 15वां वित्त की राशि नहीं मिल सकी है. जिस कारण कई योजनाओं का काम रुका हुआ है.
अधिकारियों के मुताबिक खोला जाता है खाता
प्रतापपुर ब्लॉक में वर्तमान ने 101 ग्राम पंचायत हैं, जिनमें से कई की दूरी 40 किलोमीटर तक है, बैंक खातों की बात करें तो सभी पंचायतों के खाते प्रतापपुर के बैंकों में हैं. स्वच्छ भारत मिशन का खाता एक्सिस बैंक सूरजपुर में खोला गया था और अब 15वां वित्त के खाते भी वहीं खोलने दबाव था. प्रतापपुर में बैंकों की बात करें तो गोविंदपुर, सोनगरा, धरमपुर में ग्रामीण बैंक और केरता में निजी बैंक हैं, जहां आसपास की पंचायतों के खाते खोले जा सकते हैं, जो उनके लिए सुविधाजनक होगा, लेकिन आजतक ऐसा कोई प्रयास नहीं हुआ कि पंचायतों की सुविधा के हिसाब से उनके खाते पास के बैंकों में खोला जाए. यह बात सामने आती रही है कि पंचायतों के खातों के लिए स्थानीय बैंक के अधिकारी जनपद के अधिकारी से मिल उन्हें कन्वेंस करते हैं जिसके बाद इनके खाते वहीं खुलते हैं, जहां जनपद के अधिकारी चाहते हैं.
सुरजपुर से शातंनु सिंह की रिपोर्ट……।