कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषण सुनिश्चित करने के लिए जिले में सितंबर महीना राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह के छठवे दिन जिले के एक हजार 300 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए जन-जागरूकता का प्रसार किया गया। पोषण माह के छठवें दिन पोषण वाटिका प्रतियोगिता आयोजित की गयी।इस प्रतियोगिता में आंगनबाड़ी केंद्र में सर्वश्रेष्ठ पोषण वाटिका विकसित करने वाले केंद्र को प्रोत्साहित किया गया।इस दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्थानों पर श्रेष्ठ पोषण वाटिका का चयन कर सम्मानित भी किया गया।पोषण माह के छठवें दिन पोला त्योहार के अवसर पर पौष्टिक व्यंजन का भी प्रदर्शन किया गया।इस प्रदर्शनी के माध्यम से स्वास्थ्य एवं पोषण के लिहाज से महत्वपूर्ण व्यंजनों के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। पोषण माह के छठे दिन लोगो को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।छठवे दिन शिशु संरक्षण के प्रति महिलाओं को जागरूक करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने लोगों को संकल्पित किया गया। इस दिन जिले के सभी दस एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं में लगभग 29 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
पोषण माह के सातवें दिन आंगनबाड़ी केंद्रों एवं शालाओं में मातृ वंदना योजना एवं शिशु संरक्षण संबंधी गतिविधियों को आयोजित किया गया।मातृ वंदना संयुक्त कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भवती माताओ के साथ सामूहिक बैठक की गयी। गर्भवती महिलाओं को जांच, पोषण आहार वितरण, टीकाकरण आदि गतिविधि के माध्यम से जागरूक किया गया। मातृ वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को प्रथम प्रसव पर 5000 की राशि 3 किश्तों में दिया जाता है। इसके लिए गर्भवती महिला का आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीयन होना अनिवार्य है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव तक आंगनवाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य विभाग से जुड़कर उसका लाभ लेना आवश्यक है।
सातवें दिन शिशु संरक्षण माह अंतर्गत सभी 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चो को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विटामिन ए पिलाया गया। इस दिन लोगों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक करने स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन के लिए महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का विशेष ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। पोषण माह के सातवें दिन जिले के एक हजार 500 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया।
एक सितंबर से शुरू हुए राष्ट्रीय पोषण माह में प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिले के सभी 10 परियोजनाओं बरपाली, चोटिया, हरदीबाजार, करतला, कटघोरा, कोरबा शहरी एवं ग्रामीण, पाली, पसान तथा पोड़ी-उपरोड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण माह के छठवें एवं सातवें दिन जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनप्रतिनिधियों, परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति में पोषण वाटिका, पौष्टिक व्यंजन प्रदर्शन, मातृ वंदना योजना एवं शिशु संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक कर कुपोषण मुक्ति का संदेश दिया गया।