कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषण सुनिश्चित करने के लिए जिले में सितंबर महीना राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह के 19वें दिन जिले के साढ़े छह सौ से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए जन-जागरूकता का प्रसार किया गया। इन गतिविधियों में लगभग 15 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया। पोषण माह के उन्नीसवें दिन बेहतर पोषण एवं स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पौष्टिक व्यंजन एवं पौष्टिक थाली सजाओ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता के माध्यम से विभिन्न व्यंजनों में पाए जानें वाले पोषक तत्वों के बारे में भी महिलाओं को जागरूक किया गया। पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं को खान-पान में इस्तेमाल होने वाले जरूरी शाक सब्जियों एवं फलों के सेवन के बारे में भी जानकारी दी गयी। पौष्टिक व्यंजन आधारित गतिविधियों के माध्यम से गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को बताया गया कि उचित खान-पान शारिरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बनाये रखता है। महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान बेहतर देखभाल, स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता के विषय पर पुरुषों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये गए। पुरुषों ने इन विषयों पर डिजिटल आडियो और वीडियो क्लिप भी तैयार किया। इन गतिविधियों में स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी भाग लिया। 19वें दिन जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ए.एन.एम. तथा मितानिनों घर-घर जाकर गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को परामर्श भी दिया। पोषण माह बीसवें दिन ’’स्वस्थ महतारी स्वस्थ लइका’’ की थीम पर उपस्थित लोगों द्वारा पोषण संबंधी विचार व्यक्त किये गए तथा महिलाओं को जागरूक करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने लोगों को संकल्पित किया गया। इस दिन जिले के सभी दस एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं में लगभग 24 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
पोषण माह के बीसवें दिन खान-पान, रहन-सहन तथा स्वच्छता सम्बन्धी सम्पूर्ण स्वास्थ्यगत जानकारी भी प्रदान की गई। इस दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्थानों लोगों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक करने तथा स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन के लिए महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का विशेष ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस वर्ष पोषण माह के 4 मुख्य थीम के अनुसार गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसमें प्रथम सप्ताह पोषण वाटिका का विकास, द्वितीय सप्ताह बेहतर पोषण हेतु योग एवं आयुष, तृतीय सप्ताह आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण किट वितरण, चतुर्थ सप्ताह गंभीर कुपोषित बच्चांे का चिन्हांकन एवं पौष्टिक आहार वितरण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
एक सितंबर से शुरू हुए राष्ट्रीय पोषण माह में प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिले के सभी 10 परियोजनाओं बरपाली, चोटिया, हरदीबाजार, करतला, कटघोरा, कोरबा शहरी एवं ग्रामीण, पाली, पसान तथा पोड़ी-उपरोड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण माह के 19वें एवं 20 वें दिन जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनप्रतिनिधियों, परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति में गर्भावस्था देख-रेख, स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता विषय पर परिचर्चा एवं डिजिटल प्लेटफार्म आधारित गतिविधि के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक कर कुपोषण मुक्ति का संदेश दिया गया।