पूरे देश में 14 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी. जिसके लिए सरकार ने कई गाइड लाइन जारी किए हैं. इसके साथ ही डोंगरगांव SDM हितेश पिस्दा ने भी क्षेत्र में अव्यवस्था को दुरूस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही पटाखा नहीं फोड़ने की अपील की.

राजनांदगांव (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा: डोंगरगांव में बुधवार को प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने त्योहारी सीजन को देखते हुए नगर के विभिन्न होटल्स और मिष्ठान्न व्यवसायियों के यहां छापामारी और औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई दुकानों में साफ-सफाई और अन्य नियमों की अनदेखी को देखते हुए चालानी कार्रवाई भी की गई. SDM हितेश पिस्दा की अगुवाई में लगभग चार घंटे चली इस कार्रवाई के दौरान कई दुकानों की जांच की और मिठाईयों के सैंपल भी कलेक्ट किए गए.

इस दौरान न्यू योगेश दोसा, योगेश दोसा, गौतम हॉटल, राहुल स्वीट्स और अन्य प्रतिष्ठानों में अव्यवस्थाओं और अमानक खाद्य पदार्थों की बिक्री को देखते हुए 5 से 10 हजार रुपये अर्थदंड लगाया गया, जबकि कुछ प्रतिष्ठानों से खाद्य और पेय पदार्थों को जब्त किया गया. कुछ चुनिंदा प्रभावशाली व्यक्तियों की दुकानों पर SDM को ले जाना नगर पालिका के अधिकारियों ने मुनासिब नहीं समझा, इसे लेकर नगर में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है. मौके पर SDM पिस्दा ने बताया कि आमजनों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दास्त नहीं किया जाएगा. शासन से निर्धारित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा.

कड़ाई से होगा पालन

त्योहारी सीजन को देखते हुए नगर पालिका की तरफ से अब तक कोई भी व्यापक तैयारी बाजार को लेकर नहीं की गई थी. नतीजा ये हुआ कि बाजार में अव्यवस्था का आलम था. मिठाई और पटाखा व्यवसायियों को निकाय में अब तक कोई भी गाइडलाइन आधिकारिक तौर पर नहीं दी गई थी, लेकिन नए SDM के आते ही नगर पालिका की नींद टूटी और मिठाई और पटाखा दुकानों का औचक निरीक्षण किया.

ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश

बुधवार को SDM ने नगर के बाजार और मेनरोड पर पैदल ही भ्रमण कर शहर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान मेनरोड में देना बैंक और गौतम होटल के सामने और स्टेट बैंक एरिया सहित पूरे बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई थी, निरीक्षण के बाद SDM ने व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए. बताया जा रहा है कि क्षेत्रों में अव्यवस्थित ट्रैफिक और पार्किंग के चलते दुर्घटनाएं और जाम की स्थिति बनी रहती है. इसे लेकर अब तक पुलिस और प्रशासन ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए हैं.