कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)आशुतोष शर्मा: एसईसीएल कोरबा क्षेत्र अंतर्गत पाली ब्लाक के ग्राम करतला (करतली) में अंबिका ओपनकास्ट परियोजना खोला जाना है. इसके लिए ग्राम करतली की जमीन अधिग्रहित तो की गई लेकिन किसानों में इस बात की नाराजगी है कि उनकी जमीन के पूरे हिस्से को न लेकर कुछ हिस्सा छोड़ दिया जा रहा है नायब तहसीलदार शनि कुमार पैकरा व वीरेंद्र श्रीवास्तव ने नोटिस जारी करते हुए सभी भुविस्थापित किसानों तथा सरपंच को बुलाकर एक बैठक की जिसमें किसानों तथा करतली सरपंच विमला कुसरो पति जयपाल कुसरो पर दबाव बनाकर भुविस्थापितों की सहमति पत्र देने की बात की. जिस पर सरपंच पति ने इसका विरोध करते हुए बताया कि करतली के किसानों की अधिग्रहित जमीन को पूर्णतः अधिग्रहित कर उसका उचित मुआवजा तथा नौकरी व पुनर्वास की सुविधा दिया जाए लेकिन राजस्व विभाग किसानों की कुछ जमीनों को अधिग्रहित किया किसानों के साथ धोखा कर रहा है. भुविथापितों ने नायब तहसीलदार की शिकायत क्षेत्रीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा से की है.
भुविथापितों के साथ नही होने दिया जायेगा अन्याय..दोषियों पर होगी कार्यवाही – विधायक
पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए नायब तहसीलदार द्वारा भुविस्थापितों पर दबावपूर्वक सहमति लेने पर उन्होंने इसकी शिकायत कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत व जिला कलेक्टर को दे दी है. उन्होंने कहा कि भुविस्थापितों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.भुविस्थापितों के जमीन के टुकड़े न छोड़ पूरी जमीन को अधिग्रहित कर उनको पूरा मुवावजा देना होगा एसईसीएल प्रबंधन को नायब तहसीलदार द्वारा एसईसीएल प्रबंधन से सांठगांठ कर किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है जो पूरी तरह गलत है. वे 7 तारीख को करतला ( करतली ) जाकर भुविस्थापितों से मिलकर पूरी जानकारी लेंगे.
जब तक सही मुआवजा नही मिलेगा तब तक खदान न चालू करने की दी चेतावनी
करतला (करतली ) के भुविस्थापितों ने एसईसीएल प्रबंधन व राजस्व विभाग को चेतावनी दी है कि जब उनकी अधिग्रहित जमीनों पूरी तरह अधिग्रहित कर उन्हें मुआवजा नहीं दिया जाता है जब तक एसईसीएल को यहां पर खदान नहीं खोलने दिया जाएगा. इसके लिए यदि आंदोलन करना पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगे.