कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)आशुतोष शर्मा: कोरबा जिला वन संपदा से भरपूर होने के साथ साथ जंगली रहवास जानवरों से भरपुर है लेकिन वनांचल क्षेते में। ग्रामीण इस समय केंदई वनमण्डल में हांथीयों ने दो साल से ज्यादा समय से क्षेत्र में डेरा जमाए हुए हैं. हांथीयों द्वारा पिछले दो वर्षों में कई ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा गया है और कई ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया गया है. वनमण्डल कटघोरा द्वारा हांथीयों के आमद से ग्रामीण क्षेत्र में वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा सतत आगाह किया जाता है कि हांथीयों के रहने पर घरों से बाहर न निकलें.
ताज़ा मामला केंदई वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत लमना का है 27 मई गुरुवार की दरमियानी रात को हांथीयों ने लमना के वनांचल क्षेत्र में निवासरत धनसाय सिदार के घर को हांथीयों ने बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया और एक पालतू बकरी को अपने पैरों तले दबाकर मार दिया और घर पर रखे किसान के राशन को सफा चट्ट कर दिया गया. धनसाय के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किये जाने से उनके परिवार को रहने व खाने पीने की दिक्कत आने लगी. क्षेत्रीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा को इस घटना की जानकारी लगने पर पोंडी उपरोड़ा के अनुविभागीय अधिकारी को तत्काल सहायता पहुंचाने के लिए निर्देशित किया.
विधायक की पहल पर अधिकारियों ने पहुंचाया सूखा राशन व अन्य सामाग्री
पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने हांथी प्रभावित किसान के मकान के क्षतिग्रस्त हो जाने पर पोंडी उपरोडाके अनुविभागीय अधिकारी को निर्देशित करते हुए पीड़ित परिवार को सुखा राशन व जरूरत के अन्य सामानों को पहुचाया. साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित ग्रामीण का जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति मुवावजे की राशि को उपलब्ध कराया जाय.