पाली: क्षेत्रवासियों की वर्षो पुरानी मांग हुई पूरी.. विस अध्यक्ष श्री महंत और स्कूल शिक्षा मंत्री ने अनुविभागीय दंडाधिकारी (SDM) कार्यालय का किया विधिवत लोकार्पण.

दो तहसील के साथ 138 ग्राम पंचायत भी पाली अनुविभाग में शामिल.

पाली महोत्सव के दौरान दो वर्ष पहले मुख्यमंत्री ने किया था एसडीएम कार्यालय स्थापना का एलान.

पिछले वर्ष जुलाई में जिला प्रशासन ने जारी की थी अधिसूचना.

जिले में कोरबा, कटघोरा व पोंड़ी-उपरोड़ा के साथ पाली अब चौथा अनुविभाग.

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के राजस्व सम्बन्धी मामलों के निबटारे के साथ ही इलाके में प्रशासनिक कसावट के मकसद से पाली क्षेत्र में लंबे वक़्त से सबडिविजनल मजिस्ट्रेट यानी एसडीएम कार्यालय की मांग की जा रही थी. इस मांग के मद्देनजर दो वर्ष पूर्व पाली महोत्सव में पधारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाली में एसडीएम दफ्तर के स्थापना की घोषणा की थी. इस एलान के बाद जिला प्रशासन इसकी तैयारी में जुट गया था. इन्ही तैयारियों के तहत इसी साल के शुरुआत में जिला कलेक्टर किरण कौशल ने पोंड़ी-उपरोड़ा के एसडीएम अरुण कुमार खलखो को पाली अनुविभाग का एसडीएम नियुक्त किया था. आज सोमवार को तहसील परिसर में ही अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, स्कूल शिक्षा व जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय टेकाम, राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल व क्षेत्रीय सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना महंत की मौजूदगी में किया गया. उक्त अभ्यागतों के अलावा लोकार्पण कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक मोहितराम केरकेट्टा, कटघोरा विधायक व मध्य आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरषोत्तम कंवर व कोरबा जिला पंचायत की अध्यक्ष शिवकला कंवर उपस्थित रही. इनके अलावा कोरबा नगरनिगम महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुन्दर सोनी, नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश चंद्रा, कांग्रेस नेत्री द्वय सपना चौहान व अर्चना उपाध्याय भी मौजूद रही.

स्वागत उद्बोधन में जिला कलेक्टर किरण कौशल ने उपस्थित अभ्यागतों को नवगठित पाली अनुविभाग की भौगोलिक और जनसांख्यिक जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनुविभाग स्थापना की घोषणा की थी. इसी कड़ी में बीते वर्ष के जुलाई को एसडीएम व तहसील कार्यालय हेतु अधिसूचना जारी की गई थी. शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन जिले के भीतर प्रशासनिक कसावट के लिए प्रयासरत है. फिलहाल नवीन पाली अनुविभाग में दो तहसील, 138 ग्राम पंचायत, एक जनपद, एक नगर पंचायत शामिल है. पाली अनुविभाग की कुल जनसंख्या 1 लाख 93 हजार 186 है जिसका फैलाव करीब 58 हजार 752 हेक्टेयर में है. नए दफ्तर की शुरुआत के बाद अब अब क्षेत्र के ग्रामीणों को राजस्व व प्रशासकीय कार्यो के लिए कटघोरा की दौड़ नही लगानी पड़ेगी.

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पाली की जनता को बधाई व शुभकामनाएं दी. श्री अग्रवाल ने बताया की महज तीन वर्षो के भीतर ही कांग्रेस की सरकार ने आधे दर्जन से ज्यादा तहसील व उप तहसीलों के गठन का निर्णय लिया है. हरदीबाजार और दर्री को तहसील का दर्जा दिए जाने के बाद अब अजगर बहार व बरपाली का गठन भी किया जा रहा है. राजस्व मंत्री ने जिला कलेक्टर को निर्देशित किया की चूंकि विभाग के पास अफसरों की कमी है लिहाजा पूरे छह दिन नहीं तो कम से कम दो दिन अफसरों को कार्यालयों में बिठाया जाए. श्री अग्रवाल ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा की 15 साल के शासन में कोरबा जिला ही नहीं बल्कि समूचा प्रदेश उपेक्षित था. उन्होंने 15 वर्षो में 15 तहसील भी नहीं बनाये लेकिन मौजूदा सरकार उप तहसील, तहसील, अनुविभाग से लेकर जिला का गठन भी कर रहा है. नए अनुविभाग के गठन को श्री अग्रवाल ने सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना महंत का प्रयास बताया साथ ही उन्हें भी नए अनुविभाग के लिए बधाइयाँ दी.

किसानो को मिलेगा नए एसडीएम कार्यालय के स्थापना का सबसे ज्यादा फायदा; डॉ टेकाम.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश के स्कूल शिक्षा व जिले के प्रभारी मंत्री ने जिले के जनप्रतिनिधियों और अफसरों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा की साभगी के प्रयास से आज पाली को एसडीएम कार्यालय की सौगात मिली है. नए डॉटर के खुलने का सबसे ज्यादा फायदा क्षेत्र के किसानो को होगा. एसडीएम कार्यालय की मदद से अब वे अपने जमीं सम्बन्धी विवादों का निबटारा. जमीनों का सीमांकन और नक्शा खसरा प्राप्त कर सकेंगे. इससे पहले उन्हें इन कार्यो के लिए जिला मुख्यालय या फिर कटघोरा की दौड़ लगनी पड़ती थी. डॉ टेकाम ने बताया की माननीय मुख्यमंत्री की अगुवाई में सरकार का हर अंग आमजनो के लिए समर्पित रूप से कार्य कर रहा है. जिले में ज्यादा से ज्यादा नए तहसीलों का गठन किया जाना इसी का उदाहरण है. उन्होंने बताया की इस साल धान की खरीदी में भी किसानो को काफी राहत मिली है. प्रदेश भर में खरीदी केन्द्रो की संख्या भी बधाई गई जिसका नतीजा यह रहा की इस साल प्रदेश भर में उनकी सरकार ने रिकार्ड 52 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की है. इस बिक्री के बाद किसानो को भटकने की भी जरूरत नहीं पड़ी. हफ्ते भर में ही सभी को भुगतान भी किया गया. आज जिले से लेकर प्रदेश भर में आवागमन व परिवहन को सुगम बनाने के उद्देश्य से सड़को का जाल बिछ रहा है. इससे शहरी जनजीवन का स्तर ऊंचा उठ रहा है तो वन्य क्षेत्रो में निवासरत लोगो को भी रोजगार मुहैय्या कराने का प्रयास जारी है. उनकी सरकार ने धान के बाद अब वनोपजों की खरीद भी एमएसपी के तहत किये जाने का एलान किया है. नरवा, गरुवा, घुरुआ, बाड़ी और गौधन न्याय योजना के माध्यसम से ग्रामीण जनजीवन भी सशक्तिकरण की और बढ़ रहा है.

जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं: डॉ टेकाम.

प्रदेश के साथ जिले में पर्यटन की असीम सम्भावनाये है. उन्होंने सतरेंगा और बुका का उदाहरण देते हुए बताया की आज कटघोरा वनमंडल के बुका जलविहार में लगे 35 लोगो को हर महीने कम से कम पांच हजार रूपये की आमदनी हो रही है. इसी तरह सतरेंगा को भी स्व सहायता समूहों और समितियों को संचालन का जिम्मा दिया गया है.

बोधराम कंवर का था सपना. आज हो रहा पूरा: डॉ चरण दास महंत.

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पधारे विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने अपने उद्बोधन में कहा की पाली को अनुविभाग का दर्जा दिए जाने का सपना किसी और का नहीं बल्कि पूर्व विधायक बोधराम कंवर का था जो आज पूरा हो रहा है. डॉ महंत ने मंत्री और विधायकों की प्रशंसा करते हुए कहा की आज कोरबा के पास जयसिंह सरीखे सक्रिय मंत्री और पुरषोत्तम कंवर व मोहितराम केरकेट्टा की तरह जनप्रिय विधायक है. यह इस जिले का सौभाग्य भी है. वे चाहते है की श्री केरकेट्टा और श्री कंवर को भी कोई बड़ा पद दिया जाए या फिर उन्हें संसदीय सचिव बनाया जाए. डॉ महंत ने उद्बोधन के दौरान मंच से सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा को सबसे होशियार नेता बताया. मिडिया से बातचीत के दौरान भी उन्होंने सरकार की प्रशंसा की और नई सरकार के आने के बाद राज्य में हुए विकास कार्यो को अकल्पनीय बताया.

जयसिंह अपने विभाग से नहीं है खुश: डॉ महंत.

विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर चुटकी लेते हुए कहा की जयसिंह अपने राजस्व विभाग से खुश नहीं है. लेकिन वह बताना चाहते है की अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्व. प्यारेलाल कंवर के पास भी उस दौरान राजस्व विभाग ही था. यह कोरबा जिले की खुशकिस्मती है की इस जिले को हर बार राजस्व विभाग का जिम्मा मिलता है. डॉ महंत ने नए कार्यालय के लिए जिला कलेक्टर किरण कौशल और उनकी पूरी टीम को शुभकामनाये और बधाई दी.

बताया “कोरोना में सामजिक दूरी हो, दिल में दूरियां ना हो”.

डॉ महंत ने अपने ही अंदाज में आज पाली के आमजनो का दिल जीत लिया. ठेठ छत्तीसगढ़िया भाषा में उद्बोधन देते हुए उन्होंने कोरोना पर भी बाते की. बताया की कोरोना ने सभी को परेशां किया. वे खुद भी इस महामारी के शिकार हुए थे. बेहद खराब बीमारी है लेकिन आज हम सब फिर से एक जगह है यह देखकर उन्हें काफी ख़ुशी हो रही है. चहरे पर मास्क और हाथो में सेनेटाइजर लगाते हुए श्री महंत ने कहा की हमें कोरोना से हर हाल में लड़ना होगा लेकिन ध्यान रहे की हमारी दूरी सिर्फ सामाजिक हो, हम एक-दुसरे के दिल से कभी भी दूर ना होने पाए.

मंच पर सख्त हुए डॉ महंत, सड़क निर्माण के ठेकेदारों को दी कड़े लहजे में समझाइस.

अपने चुटीली बातो से दिल जितने के बाद डॉ महंत सड़क निर्माण को लेकर अपने कड़े तेवर दिखाए. उन्होंने मंत्रियो और विधायकों को निर्देशित किया की बिलासपुर-कटघोरा-कोरबा-चाम्पा सड़क का निर्माण किया जा रहा है लेकिन वे देख रहे है की ठेकेदार निर्माण में ज्यादा ठेकेदारी दिखा रहे है, ऐसा नहीं चलेगा. सड़क निर्माण में न ही समयसीमा से कोई समझौता होगा और ना ही गुणवत्ता से. इसके उन्होंने प्रवासियों के मामले पर भी अपनी बाते कही. डॉ महंत ने बताया की कोरबा के विकास में पहली भूमिका यह के स्थानीय लोगो की हो. उन्हें रोजगार मिले सरकार यह सुनिश्चित करे. आज जिले में ना ही कोयले की कमी है और ना ही पानी की. विकास के लिए भी सरकार के पास पैसे है लेकिन ध्यान रहे की ऐसा ना हो की कोरबा की जनता प्रदूषण झेले और फायदा कोई और ले जाए.

कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखकर खोले गए स्कूल: डॉ टेकाम.

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ टेकाम ने बताया की आज से कक्षा नौंवी से लेकर बारहनवी तक की कक्षाओं को खोला गया है. इस फैसले से पहले सभी ने इसपर विचार किया था. सभी कक्षाओं को खोलने से पहले उन्हें बैठक व्यवस्था की समीक्षा करनी होगी. उनकी सरकार जल्द ही माध्यमिक और प्राथमिक कक्षाओं के पट भी खोलेगी. डॉ टेकाम ने बताया की स्कूलों में कोरोना जांच और वैक्सीनेशन के लिए वे और उनकी सरकार प्रयास कर रही है. हालात सामन्य होते ही सभी कक्षाओ का संचालन सुचारू रूप से शुरू हो सकेगा.