पाली को जिला बनाया जाना अति आवश्यक,क्षेत्र वासियों ने रखी पुरजोर माँग

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- वर्तमान कोरबा जिले के सबसे पुराने और बड़े तहसील पाली को एक बार फिर जिला बनाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इसके लिए क्षेत्रवासी अपनी बात तथ्यों के साथ रखते हुए पाली को जिला का दर्जा दिए जाने पुरजोर मांग कर रहे हैं ।इसके लिए एक प्रतिनिधिमंडल आगामी दिनों में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों से लेकर सीएम श्री बघेल तक अपनी बात रखेंगे।
बदलते वक्त और परिवेश के मद्देनजर पाली एवं आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीणों के जीवन स्तर के सुधार एवं विकास तथा उत्थान हेतु पाली विकासखंड को जिला का दर्जा दिए जाने की आवश्यकता है। पाली को ब्लॉक का दर्जा दिए जाने को लगभग 5 दशक से अधिक समय हो गया है। राज्य एवं संभाग में सबसे पुराने ब्लाकों में से पाली महत्वपूर्ण स्थान रखता है। कोरबा जिला बनने और छग प्रदेश के नव निर्माण के बाद पाली के चहुमुखी विकास की दरकार थी। जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए प्रयास भी किया लेकिन इस आदिवासी अंचल की अनेक मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो पाई ।आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य ,सड़क पेयजल ,बिजली के लिए यहां के लोग कोरबा या बिलासपुर पर आश्रित है। यहां से पाली मुख्यालय से दूरी लगभग 60 से 70 किमी पड़ता है ।यह तो विकास खंड मुख्यालय से दूरी हुई ,लेकिन पाली ब्लॉक के कई ऐसे गांव हैं जिन की दूरी इन जिला मुख्यालयों से 100 किलोमीटर से भी अधिक है। ऐसे में पाली ब्लॉक के 93 ग्राम पंचायत और पौड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के गांव को लेकर सही परिसीमन करते हुए पाली को जिला बनाया जा सकता है ।जिससे इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र का पिछड़ापन दूर हो सकेगा। इस क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं वर्तमान में कोयला खदान ए पावर प्लांट आदि औद्योगिक संस्थान है तो वही प्राकृतिक संपदा भरपूर है। इसके बावजूद यह क्षेत्र उपेक्षित रहा है। कहने को एसडीएम कार्यालय की स्थापना हो गई है लेकिन विगत 6 माह से स्थाई रूप से अधिकारी की पदस्थापना नहीं हो पाई है। जिसके लिए लोग भटक रहे हैं। चिकित्सालय है सुविधा भी है लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। सड़कों की हालत किसी से छुपी नहीं है। बिजली समस्या नासूर की तरह है। उच्च शिक्षा के लिए अभी भी शहरों की पर निर्भरता है। पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना की आवश्यकता है। इसके अलावा पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं ।
यदि पाली जिला बनता है तो इन क्षेत्रों में तेजी से विकास होगा और लोगों को रोजगार के साथ में सुविधाएं भी मिलेंगी। सिंचाई के साधन उपलब्ध होंगे तो बारहमासी खेती किसानी सब्जी फल आदि की उपलब्धता भी होगी। इन सब कारणों से कोरबा जिला मुख्यालय से दूरी और जिले का पिछड़ा व बड़ा ब्लॉक होने के कारण उपेक्षित महसूस कर रहे पाली क्षेत्र के लोग पाली को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं।