नई दिल्ली ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में हिंसा के खिलाफ बुधवार यानी की आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा, पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई व्यापक हिंसा ने उन अत्याचारों की याद दिला दी है, जिसका सामना लोगों को देश के विभाजन के दौरान करना पड़ा था. वहीं, भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाये जाने के खिलाफ मंगलवार को विभिन्न शहरों में प्रदर्शन किया.
नड्डा ने यह आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों में दो महिलाओं के साथ गैंगरेप किया गया और 11 व्यक्ति मारे गए. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्रित्व काल में, महिलाओं ने बंगाल में सबसे अधिक अत्याचारों का सामना किया है.
नड्डा ने कहा, इन सब के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, उन्होंने एक बार फिर तुष्टिकरण, जबरन वसूली और तानाशाही की अपनी नीतियां शुरू कर दी हैं.
भाजपा ने दावा किया है कि टीएमसी द्वारा कथित तौर पर की गई हिंसा में एक महिला सहित उसके छह कार्यकर्ता और समर्थक मारे गए हैं.
टीएमसी ने दावा किया है कि हिंसक घटनाओं में उसके तीन समर्थक मारे गए हैं.
पश्चिम बंगाल में हिंसा और आगजनी की कई घटनाओं के बीच नड्डा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए राज्य पहुंचे. भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में हुई हिंसा में उनके कई सदस्य मारे गए हैं.
वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर कथित हमले के विरोध में पांच मई (बुधवार) को भारतीय जनता पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश में धरना देगी.
उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह लखनऊ स्थित अपने आवास पर धरने पर बैठेंगे. दीक्षित ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देशानुसार देश भर में धरना प्रदर्शन हो रहे हैं और प्रदेश में मंडलस्तर पर धरना दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि धरने के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी कड़ाई से पालन किया जाएगा और धरने के समय एक साथ 20 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं होंगे.
सिंह ने एक बयान में आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद ममता बनर्जी के संरक्षण में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, उपद्रवियों व गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार हिंसा, मारपीट, तोड़फोड़, आगजनी और उनकी हत्या की जा रही है.
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं, उनके घरों व प्रतिष्ठानों तथा पार्टी कार्यालयों को तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने दावा किया, तृणमूल कांग्रेस की इस गुंडागर्दी में अब तक पार्टी के हजारों कार्यकर्ता घायल हुए हैं और कई की हत्या हुई है. तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह कार्रवाई लोकतंत्र के नाम पर कलंक है, जिसके विरोध में पार्टी पांच मई को पूरे प्रदेश में धरना देगी.