नैक पियर टीम ने पाली शासकीय नवीन कॉलेज का किया निरीक्षण..

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):-राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक की पियर टीम ने कोरबा जिले के दूरस्थ आदिवासी अंचल में स्थित शासकीय नवीन महाविद्यालय पाली का निरीक्षण किया।टीम ने महाविद्यालय की अधोसंरचना और उपलब्ध सुविधाओं की सराहना की।

दो दिवसीय प्रवास के लिए आई नैक टीम के प्रमुख मदन मोहन गोयल (वाइस चांसलर, अर्थशास्त्र विभाग स्टारेक्स यूनिवर्सिटी गुड़गांव हरियाणा), के साथ कल्पना के महाजन (प्राध्यापिका, सांख्यिकी विभाग पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़), डॉ भारतीस राव आर एस (प्राचार्य, आर वी डी कॉलेज आफ मैनेजमेंट एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी बेंगलुरू कर्नाटका) शामिल थे। महाविद्यालय के नैक मूल्यांकन एवं प्रत्यायन प्रक्रिया के अंतर्गत टीम ने महाविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता एवं अधोसंरचना और छात्र छात्राओं हेतु उपलब्ध भौतिक सुविधाओं का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया। नैक पियर के सदस्यों के दो दिवसीय प्रवास के दौरान प्रथम दिवस महाविद्यालय आगमन पर प्रभारी प्राचार्य पुष्पराज लांजरस ने महाविद्यालय प्राध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं के साथ गर्मजोशी से आत्मीय स्वागत किया। नैक की टीम ने महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक गतिविधियों की प्रस्तुति देखी।इसके बाद सभी विभागाध्यक्ष से आंतरिक गुणवत्ता की उपलब्धियों एवं कार्यों के बारे में जानकारी ली और विभिन्न विभाग, लाइब्रेरी प्रयोगशाला का भ्रमण कर अवलोकन किया। भोजन अवकाश कार्यक्रम के पश्चात नैक टीम के चेयरपर्सन एवं सदस्य सहित कमलेश सर ने महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के सदस्यों पूर्व नप अध्यक्ष अजय जायसवाल, प्रयाग सिंह तथा पत्रकारों से रूबरू हुए और औपचारिक चर्चा करते हुए महाविद्यालय के प्रति उनके दृष्टिकोण पर विचार विमर्श किया। पियर टीम के आगमन पर महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। पियर टीम के सदस्यों ने अन्य निरीक्षण और औपचारिक चर्चा तथा प्रतिवेदन पूर्ण किया। टीम ने दूरस्थ आदिवासी अंचल में स्थित इस महाविद्यालय की गतिविधियों सुविधाओं और व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताते हुए प्रसन्नता जाहिर की ।उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एन.ए.ए.सी.) के नाम से जाना जाता है | इस संस्था के द्वारा भारत में उच्च शिक्षा की विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों का मूल्यांकन करके उन्हें मान्यता प्रदान की जाती है। गुणवत्ता की जाँच से शिक्षा का स्तर अच्छा बना रहता है|कॉलेजों में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता व मूलभूत सुविधाओं की जाँच नैक (NAAC) के द्वारा की जाती है |