(सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ):- स्थानीय गोबरा स्थित अस्थायी गौठान मे पिछले 52 दिनों से गोबर खरीदी कार्य बंद पड़ा हुआ है. जिसे लेकर अब नगर भर से गोबर बेचने वाले पशु मालक काफ़ी परेशान है. और स्थानीय प्रशासन सहित जिम्मेदार लोगो से इसे जल्द प्रारम्भ करने की मांग कर रहे है. ज्ञात हो की गत वर्ष जुलाई महीने में प्रारम्भ हुई गोधन न्याय योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है. प्रदेश सरकार ने इसे लेकर प्रारम्भ में काफ़ी सक्रियता दिखाई और गोधन खरीदी के साथ पशुओ मालिकों के खाते में सीधे पैसे भी ट्रांसफर भी किया. लेकिन अप्रेल माह में लाक डाउन लगने के बाद आज जून लग गया है लेकिन गोबर खरीदी प्रारम्भ नहीं किया जा रहा है. जिससे अब पशुपालन करने वाले लोग काफ़ी परेशान है. पशु मालिकों ने बताया की सरकार की इस योजना से पशु मालिकों को काफ़ी लाभ हुआ है. लेकिन वर्तमान में लगभग दो महीने होने जा रहा है जब स्थानीय प्रशासन ने गोबर खरीदी बंद कर रखी है. जिससे पुनः हमें पहले की तरह गोबर को बाहर खुले में फेंकने पर मजबूर होना पड़ रहा है इसका सीधा असर हमारे जेब पर पड़ रहा है. इस योजना से जो अतरिक्त आर्थिक लाभ होता था वह हमारे पशुओ के लिए दाना पानी लेने के काम आ जाता था. लेकिन लाक डाउन लगने के बाद खरीदी बंद हो जाने से हमें बहुत दिक्कत हो रही है. इन पशु मालिकों ने दैनिक दैनंदिनी के माध्यम से जल्द से जल्द गोधन न्याय योजना के तहत पुनः गोबर खरीदी प्रारम्भ करने की मांग स्थानीय प्रशासन सहित प्रदेश के जिम्मेदार लोगो से की है. अब देखना लाजिमी होगा की नवापारा स्थानीय प्रशासन इस योजना को लेकर कितना गंभीरता दिखाती है और खरीदी कब से प्रारम्भ करती है.
लॉक डाउन के चलते पिछले 52 दिनों से बंद है खरीदी कार्य
क्या कहते है जिम्मेदार अधिकारी
इस पुरे मामले पर सीएमओ राजेंद्र पात्रे ने कहाकि लॉक डाउन और बढ़ते संक्रमण के बीच गोबर खरीदी बंद कर दी गई थीं, अब स्थिति कण्ट्रोल में है. जल्द ही खरीदी प्रारम्भ की जावेगी.