धान खरीदी को लेकर सरकार काफी संजीदा है। किसानों को किसी तरह की समस्या ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लेकिन कोरबा जिले के कुछ उपार्जन केंद्र के अधिकारियों द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहा है पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के बिंजरा धान उपार्जन केंद्र में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पहुंचे एक किसान का 45 क्विंटल धान को धान खरीदने से इंकार कर दिया गया प्रभारी ने तो किसान को ही फर्जी बता दिया हालाकी मीडिया के दखल के बाद प्रबंधक को धान खरीदना पड़ा….

धान खरीदी केंद्र बिझरा

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) आशुतोष शर्मा / कटघोरा :- यह नजारा पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के बिंझरा गांव में संचालित उपार्जन केंद्र का है। इस केंद्र में करीब 15 से 20 किलोमीटर की दूरी से किसान धान बेचने आते हैं। करीब 10 किलोमीटर दूर लखनपुर का किसान लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल भी करीब 45 क्विंटल धान लेकर मंडी पहुंचा था, सुबह करीब 10:00 बजे लक्ष्मण यहां पहुंचा इसके अनाज को देखकर केंद्र प्रभारी राजाराम भारद्वाज ने यह कहकर धान खरीदी करने से इंकार कर दिया कि यह उसका धान नहीं है । उसने किसान को ही फर्जी बता दिया, जबकि लक्ष्मण के पास पटवारी द्वारा जारी किया सत्यापित दस्तावेज भी मौजूद था

लक्ष्मण जायसवाल (किसान)

किसान द्वारा बार-बार कहा गया कि धान उसके खेत का ही है मगर प्रभारी मानने को तैयार नहीं था सुबह से शाम हो गई मगर धान की खरीदी नहीं हो पाई प्रभारी ने किसान पर बाहर से दान लाने का आरोप लगाते हुए उसके अनाज को जप्त करने की कार्रवाई करने की धमकी भी दे डाली इस बात के संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी ने इशारों से इंकार कर दिया..

राजाराम भारद्वाज ( प्रबंधक )धान खरीदी केंद्र बिझरा

किसान को मजबूरन उस पटवारी को भी केंद्र तक लाना पड़ा जिसने उसके अनाज का सत्यापन किया था। हालांकि मीडिया की दखल के बाद मौके पर मौजूद खाद्य अधिकारी ने अनर्गल दलील देते हुए धान को खरीदने की बात कही मगर धान खरीदी केंद्र प्रबंधन द्वारा लापरवाह रवैया के चलते किसान का पूरा दिन खराब हो गया आपको बता दें यह कोई पहला मौका नहीं जब बिंजरा के उपार्जन केंद्र में पहुंचने वाले किसान को दिक्कतों का सामना करना पड़ा हो ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, देखना होगा कि लापरवाही के मामले में उच्च अधिकारी क्या पहल करते हैं.