तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव और 40 लाख के इनामी नक्सली हरीभूषण की कोरोना से मौत.


दंंतेवाड़ा( सेंट्रल छत्तीसगढ़): 
कोरोना का कहर नक्सलियों पर भी देखने को मिल रहा है. पुलिस प्रशासन का दावा है कि नक्सलियों के कई बड़े लीडर कोरोना की चपेट में हैं और कई नक्सली नेताओं की मौत भी हो गई है. 40 लाख के इनामी नक्सली और तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव हरिभूषण ने भी कोरोना और फूड प्वॉइजनिंग से दम तोड़ दिया है. इसकी पुष्टि SP डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने की है.

एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि हरिभूषण पर 40 लाख रुपये का इनाम घोषित था. जो लंबे समय से कोरोना संक्रमण से ग्रसित था. समय पर इलाज नहीं होने के कारण उसकी मौत हुई है. एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि सरकार लगातार नक्सलियों से अपील कर रही है कि वे सरेंडर कर अपना इलाज करा सकते हैं. जिसकी जिम्मेदारी खुद सरकार ले रही है.

तेलंगाना के मारिगुडा गांव का रहने वाला था हरिभूषण

नक्सली लीडर हरिभूषण तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के कोट्टागुडा क्षेत्र के मारिगुडा गांव का रहने वाला था. 1995 में पीपुल्स वॉर गुरिल्ला में शामिल हुआ था. जिसके बाद से पिछले कई वर्षों से बस्तर के बीजापुर जिले के पामेड़ इलाके में सक्रिय था. उसकी सक्रियता को देखते हुए उसे तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव पद की जिम्मेदारी दी गई थी.

कोरोना से कई नक्सलियों के बीमार होने की खबर

जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के बटालियन नंबर 2 का कमांडर सोनू, बटालियन मेंबर जयमन, नंदू, देवा भी बीमार हैं. वहीं DVCM मेंबर राजेश और विनोद भी पिछले कई दिनों से कोरोना और फूड प्वॉइजनिंग से जूझ रहे हैं. इन सभी पर लाखों रुपये का इनाम घोषित किया गया है.

पुलिस ने की नक्सलियों से सरेंडर की अपील

बस्तर में प्रशासन पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि, किसी भी हालत में नक्सलियों को दवा और खाद्य की सप्लाई नहीं की जाएगी. लेकिन प्रशासन लगातार नक्सलियों से अपील कर रहा है कि, नक्सल विचारधारा को छोड़ नक्सली अगर मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला करते हैं तो प्रशासन उनका इलाज कराएगा. इसके अलावा पुनर्वास नीति का भी उन्हें लाभ दिलाया जाएगा. एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि लोन वर्राटू अभियान के तहत नक्सली समर्पण करें.

कई नक्सलियों ने किया सरेंडर

प्रशासन की अपील का असर भी हुआ है. संगठन में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से नक्सलियों में फूट देखने को मिली है. कई नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. इनमें जिन नक्सलियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव थी उन्हें इलाज मुहैया कराया गया है.