रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के तत्वाधान में पूरे भारत में टीबी मुक्त अभियान चलाया जा रहा है. टीबी मुक्त अभियान के तहत पूरे भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के चौथे स्थापना दिवस के मौके पर 5 करोड़ से कम आबादी वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार मिला है. छत्तीसगढ़ को हेल्थ एंड वैलनेस केंद्रों में टीबी संबंधित स्वास्थ सेवाओं के बेहतर और क्रियान्वयन के लिए अवार्ड दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में 24 मार्च से 13 मार्च तक 21 दिवसीय “क्षय उन्मूलन कार्यक्रम” चलाया गया. इसके तहत राज्य के सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में अभियान चलाकर टीबी संबंधित स्वास्थ्य सेवा प्रदान की गई. इस अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को देश में प्रथम पुरस्कार मिला है.
बता दें कि भारत सरकार और स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ-साथ छत्तीसगढ़ सरकार भी “टीबी मुक्त छत्तीसगढ़” नाम से अभियान चला रही है. 2023 तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में पहले से ही टीवी मरीजों के लिए मुफ्त इलाज किया जा रहा है. हालांकि पिछले कुछ सालों में प्रदेश में टीबी के मरीज बढ़े हैं. वहीं कोरोना की वजह से टीबी मरीज गंभीर भी हुए हैं, ऐसे में 2023 तक लक्ष्य पूरा करना छत्तीसगढ़ सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.