कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- कोरबा जिले के युवाओं को उनके मनपसंद व्यवसायों में रोजगार और स्वरोजगार प्रदान करने के लिए कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लोगों के कौशल विकास के लिए जिले के 23 हजार 199 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिले के 14-45 वर्ष के पुरूष एवं महिला हितग्राहियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। इसके क्रियान्वयन के लिए जिले में जिला कौशल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। कौशल प्रशिक्षण देने के लिए 11 वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर का पंजीयन किया गया है। इन पंजीकृत व्ही. टी. पी. के माध्यम से युवक-युवतियों को असिस्टेंट इलेक्ट्रिशियन, सिलाई मशीन ऑपरेटर, रिटेल बिजनेस, कम्प्युटर हार्डवेयर एवं मेसन जनरल एवं अन्य जीविकोपार्जन व्यवसायों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पंजीकृत व्ही. टी. पी. में सात शासकीय और चार अशासकीय हैं। शासकीय व्हीटीपी में लाईवलीहुड कॉलेज कोरबा, सीपेट कोरबा, शासकीय पॉलीटेक्निक कोरबा, जिला चिकित्सालय, कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला जेल एवं शासकीय उद्यान, रोपड़ी पताढ़ी शामिल हैं। इसी प्रकार निजी व्हीटीपी में बालको स्थित आईएल एंड एफएस प्राइवेट लिमिटेड, संचय समाज सेवी संस्था, लॉयन्स शिक्षण समिति एवं लॉयन्स पब्लिक स्कूल मड़वारानी शामिल हैं।
जिलेवासियों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने 2014 से लाईवलीहुड कॉलेज कोरबा का संचालन किया जा रहा है। इस कॉलेज में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना संचालित है। 2013-14 में कौशल विकास योजना शुरू होने के समय से सत्र 2019-20 तक 23 हजार 199 लोग प्रशिक्षित हो चुके हैं। इनमें सात हजार 415 लोग रोजगार और चार हजार 734 लोग स्वरोजगार के माध्यम से जुडकर जीविकोपार्जन कर रहे हैं। लाईवलीहुड कॉलेज कोरबा में उत्कृष्ट रोजगार प्रशिक्षण दिलाने के लिए हैण्डलूम बुनाई, टुरिज्म एवं हॉस्पिटेलिटी, फैशल डिजाइनिंग, वेब डेवलपर, वेल्डिंग एवं एमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन प्रशिक्षण का सेटअप भी तैयार कर लिया गया है। इससे जिले के युवाओं को विभिन्न प्रकार के व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रशिक्षण मिलेगी।