जांजगीर-चांपा में अब शहरों की तरह ही गांवों में भी स्वच्छता की बागडोर महिलाओं के हाथों में सौंपी जा रही है. यहां डोर-टू-डोर कचरा इकट्ठा करने के लिए महिलाओं को दोपहिया वाहन और सफाई उपकरण दिए जा रहे हैं.

जांजगीर-चांपा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : शहरों में स्वच्छता अभियान जोरों पर है. इसी तर्ज पर अब गांवों में भी सफाई अभियान की शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए गांवों में अब सफाई उपकरण पहुंचने लगे हैं. गांवों में भी अब सफाई उपकरणों की जिम्मेदारी महिला स्वसहायता समूहों को दी जाएगी. इसके लिए दोपहिया गाड़ियां और सफाई उपकरण दिए जा रहे हैं.

ग्राम पंचायतों की सफाई की जिम्मेदारी अब महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को सौंप दी गई है. महिलाओं को गांव की गंदगी दूर करने के लिए शहरों की तरह ही दोपहिया वाहन और सफाई उपकरण दिए जा रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच सफाई का महत्व बढ़ गया है. इसे ध्यान में रखते हुए सभी जगहों की नियमित सफाई की जा रही है. बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन समेत सभी सार्वजनिक स्थानों पर सफाई नियमित रूप से हो रही है.

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सफाई उपकरण के साथ कर्मचारी और अधिकारी

महिलाओं के हाथ स्वच्छता की बागडोर

गांवों में अब सुबह कचरा इकट्ठा करने के लिए सफाईकर्मियों की नियुक्ति की जा रही है. पामगढ़ जनपद पंचायत सीईओ ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत ये ओडीएफ प्लस की योजना है. इसमें महिला स्वसहायता समूहों को शामिल किया गया है. ये महिलाएं घर-घर जाकर कचरे का संग्रहण करेंगी. बता दें कि केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस की शुरूआत की थी. ओडीएफ प्लस के अंतर्गत वे क्षेत्र शामिल हैं, जो खुले में शौच मुक्त हैं और ओडीएफ प्लस प्लस में खुले में मूत्र त्याग मुक्त क्षेत्र शामिल हैं. छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर पहला शहर है, जो ओडीएफ प्लस प्लस में शामिल है.

साकेत वर्मा की रिपोट….