कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):-कोरबा 24 दिसम्बर 2020/राज्य सरकार के सफलतम दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जनसंपर्क विभाग द्वारा शासन के जन कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों की विकास फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। एक दिवसीय फोटो प्रदर्शनी को देखकर आस-पास गांव के लोगों ने शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं, उपलब्धियों और विकास कार्यों की जानकारी प्राप्त की। विकासखण्ड कटघोरा के ग्राम पंचायत रलिया के साप्ताहिक हाट-बाजार स्थल में यह प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी के माध्यम से शासन के दो वर्षों के कार्यो को फोटो के माध्यम से लोगों को बताया गया। इस विकास फोटो प्रदर्शनी का ग्रामीणजनों ने अधिक संख्या में आकर अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में जनकल्याणकारी योजनओं से संबंधित पुस्तकों, पाम्पलेट का भी वितरण किया गया। ग्राम रलिया के किसान श्री अंतराम ने विकास फोटो प्रदर्शनी में आकर गरीब और किसानों के लिए राज्य भर में लागू की गई योजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से मुझे राज्य भर में लागू जनकल्याणकारी योजनाओं और उनके लाभ के बारें में जानकारी प्राप्त हुई। इसी प्रकार ग्राम रलिया के ही सेवानिवृत्त शिक्षक श्री अंजोर दास ने कहा कि जनसंपर्क विभाग द्वारा लगाये गए प्रदर्शनी से किसानों को योजनाओं से संबंधित लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में बांटे गये ज्ञान वर्धक और उपयोगी पुस्तकों को मैं विस्तार से पढूंगा और अपने सहयोगी बुजुर्ग किसानों के बीच योजनाओं की जानकारी को साझा करूंगा। रलिया के ही युवा श्री संदीप कुमार ने विकास फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कहा कि यह फोटो प्रदर्शनी जन उपयोगी है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से ग्रामीण शासन की योजनाओं के बारे में जान सकेंगे और योजनाओं का फायदा उठा सकेंगे। उन्हांेने कहा कि इस विकास प्रदर्शनी के माध्यम से बांटे जा रहे पुस्तक और पाम्प्लेट, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए बहुत ही उपयोगी और ज्ञानवर्धक है।
ग्राम रलिया में लगाए गए विकास फोटो प्रदर्शनी में छत्तीगसढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, 23 नये तहसीलों का गठन, महिला उत्थान के लिए संचालित योजनाएं, लघु वनोपज की खरीदी, तेंदुपत्ता संग्रहण, गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर की खरीदी, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनाएॅ, किसानों को न्याय योजना के माध्यम से धान का दो हजार पांच सौ रूपए प्रति क्विंटल भुगतान, लाॅकडाऊन में मनरेगा बना रोजगार का सबसे बड़ा साधन, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजनाओं और उससे राज्य में लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी और लोगों को इन योजनाओं से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया गया।