सूरजपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- मजदूरों को लगभग 6 महीने से वेतन नहीं मिला है. वेतन का भुगतान नहीं होने से नाराज मजदूरों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. मजदूर NH 43 पर धरना देने लगे. जिसके कारण एक घंटा NH पर दौड़ने वाले वाहनों के पहिए थम गए. जब कलेक्टर ने फोन पर मजदूरों को वेतन देने का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर मजदूरों ने अपना आंदोलन समाप्त किया.
दरअसल सहकारी धान खरीदी केंद्रों पर मजदूर बारदाना में मजदूरी करते हैं. धान खरीदी समाप्त हुए 6 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है. बावजूद इसके अभी तक इन मजदूरों का वेतन भुगतान नहीं हो सका है. जिसको लेकर यह मजदूर कई बार कलेक्टर सहित राज्य सरकार से लिखित शिकायत कर चुके हैं. लेकिन हर बार इन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है. जिससे नाराज होकर मजदूर और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में जमा हुए. मजदूरों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए NH-46 पर धरना दिया.
डिप्टी कलेक्टर ने मजदूरों को समझाइश देते हुए कहा कि मजदूरों के वेतन का भुगतान करा दिया जाएगा. लेकिन मजदूर और स्थानीय लोग कलेक्टर से मुलाकात पर डटे रहे. मजदूर आश्वासन पर जाने को तैयार नहीं थे. आखिरकार फोन पर कलेक्टर ने मजदूरों की चर्चा की. जिस पर कलेक्टर ने अगले 6 दिनों में सभी मजदूरों का भुगतान करने के निर्देश दिए हैं.
आखिरकार मजदूरों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. मजदूरों के आंदोलन की वजह से NH पर एक घंटा तक जाम लगा रहा. जिसकी वजह से आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. फिलहाल मजदूर अपना आंदोलन समाप्त कर चुके हैं. लेकिन उनके अनुसार यदि अगले 6 दिनों के अंदर उनका वेतन भुगतान नहीं होता है तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.