रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): केंद्र सरकार (central government) और छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) के बीच लगातार उठ रहे वैक्सीनेशन के सवालों को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Chhattisgarh former CM Raman Singh) ने अपने निवास कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान छत्तीसगढ़ में टीकाकरण (vaccination in chhattisgarh) को लेकर उन्होंने राज्य की भूपेश सरकार (Bhupesh government) को आड़े हाथों लिया.
रमन सिंह ने साधा निशाना
रमन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime minister narendra modi) के नेतृत्व में कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौर में भारत के हमारे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, वैज्ञानिकों की बदौलत कितनी सफलता हासिल हुई है. संक्रमण दर कम करने में हम सफल हुए हैं. इस तरह से आज देश एक बेहतर स्थिति में है. लेकिन उसमें कांग्रेस की भूमिका राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश तक केवल और केवल केंद्र सरकार को कोसने की है.
दिसंबर तक मिल जाएंगे 216 करोड़ टीके
रमन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में देश में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. अब तक देश में 23 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) ने बताया है कि दिसंबर तक 216 करोड़ नए टीके आएंगे. इसका मतलब 2021 दिसंबर आते-आते पूरे देश में 216 करोड़ नए टीके देश में आ जाएंगे. 108 करोड़ लोगों को ये टीके लगाए जाएंगे.
भ्रम फैला रही कांग्रेस
पूर्व सीएम ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री लगातार वैक्सीनेशन को लेकर प्रयास कर रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस के हमारे मित्र भ्रम फैला रहे हैं. भारत में निर्मित जब को-वैक्सीन आई थी, तब छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Chhattisgarh Health Minister TS Singhdeo) ने को-वैक्सीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे. इस संबंध में प्रधानमंत्री ने खुद आगे आकर स्पष्टीकरण दिया. तब इस पर पूर्ण विराम लगा.
राहुल गांधी पर निशना
रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता का दोहरा चरित्र दिखता है. 8 अप्रैल 2021 को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. कांग्रेस बार-बार कह रही थी कि टीका का अधिकार केंद्र के साथ-साथ राज्यों को भी दिया जाए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने विधानसभा में घोषणा भी की थी कि 18 साल से ज्यादा के लोगों को वैक्सीन हम अपने खर्चे पर लगाएंगे. जब 45 साल से ज्यादा के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध कर दिया गया तब 18 साल में उनको यू-टर्न लेने की जरूरत नहीं है.
भूपेश सरकार का प्रबंधन खराब
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इतने टीके दिए, लेकिन उसके बावजूद 12% स्वास्थ्यकर्मियों का अभी तक टीकाकरण नहीं हो पाया है. 4 जून तक फ्रंटलाइन वर्करों को टीके की खुराक अभी तक नहीं दी गई है. 86% लोगों को ही पहली खुराक मिली है. भूपेश सरकार का प्रबंधन बेहद खराब है. 4 जून के आंकड़ों के मुताबिक 65% लोगों का ही वैक्सीनेशन अभी तक हुआ है. जबकि केंद्र सरकार ने पहले ही टीके उपलब्ध करवा दिए थे.
- जनवरी में केंद्र सरकार ने 6 लाख 30 हजार वैक्सीन छत्तीसगढ़ को दिए. उसमें सिर्फ 70 हजार वैक्सीन का ही उपयोग हुआ.
- फरवरी में 10 लाख टीके दिए गए. जिसमें सिर्फ 3 लाख 60 हजार डोज का ही उपयोग हुआ.
- मार्च में 25 लाख टीके मिले. उपयोग केवल 15 लाख का हुआ.
छत्तीसगढ़ सरकार ने समय पर नहीं दिया ऑर्डर
पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को अब तक करीब 89 लाख 55 हजार टीके उपलब्ध कराया है. अब सवाल है कि वैक्सीनेशन के लिए भूपेश सरकार जो आरोप लगाती है और सवाल करती है कि 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीन हमें नहीं मिली है. हम वैक्सीनेशन नहीं करा पा रहे. 5 दिनों से वैक्सीन का काम पूरी तरीके से ठप पड़ा हुआ है उसका कारण क्या है? उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में एडवांस फंड दे दिया या अन्य राज्यों ने वैक्सीन के लिए डिमांड दे दिया. टेंडर जारी कर दिया. छत्तीसगढ़ इसमें ही पिछड़ गया. छत्तीसगढ़ ने इसमें अभी तक न ऑर्डर जारी किया न फंड जारी किया. इसलिए छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन (vaccination in chhattisgarh) का कार्य पूरी तरह बंद है.
कांग्रेस शासित राज्यों पर निशाना
रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य होगा जहां वैक्सीन चोरी हो जाती है. छत्तीसगढ़ में सरगुजा से लेकर बस्तर तक टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) बंद पड़ा हुआ है. उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन राज्यों की क्या स्थिति है. पंजाब में सरकार वैक्सीन बेच रही है. राजस्थान में वैक्सीन कूड़े में मिल रही है. राजस्थान में 11 लाख 50 हजार से ज्यादा टीके की डोज बर्बाद हो चुकी है