रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): देशभर में एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम पर प्रदेश में ग्रहण लगता नजर आ रहा है. को-वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने सरकार को जवाब भेजा है. बताया है की जुलाई महीने के पहले वे वैक्सीन की आपूर्ति नही कर पाएंगे. वही कोविशील्ड बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ने अबतक कोई जवाब नही दिया है. इस तरह एक मई से 18 वर्ष से कम उम्र के लोगो को कोविड टीका लगना सम्भव नही है. प्रदेश सरकार ने इसी तैयारी के तहत दोनों ही कम्पनियों को 25-25 लाख वैक्सीन डोज का ऑर्डर दिया था.
20 लाख लोगों के टीकाकरण पर एक हजार करोड़ का खर्च.
प्रदेश में फिलहाल वैक्सीन का संकट नजर आ रहा है. जबकि एक मई से शुरू होने वाला टीकाकरण का दूसरा चरण खटाई में पड़ता दिख रहा है. इस कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले 20 लाख लोगों को टीका लगाया जाना है. टीकाकरण का पूरा खर्च राज्यो को उठाना होगा. इस दूसरे चरण के वैक्सीनशन चरण में एक हजार करोड़ खर्च का अनुमान है. हालांकि सरकार के उच्चाधिकारी टीका बनाने वाली कंपनियों से लगातार सम्पर्क में है.
प्री-रजिस्ट्रेशन का नही कोई फायदा.
राज्य के टीकाकरण अधिकारी के मुताबिक वैक्सीनशन के लिए कोविन व आरोग्य सेतु एप्प पर रजिस्ट्रेशन किया जाना है. छत्तीसगढ़ में भी इस एप्प के जरिये पंजीयन कराया जा सकता है. पंजीयन सफल भी होया लेकिन टीके तभी लग पाएंगे जब वैक्सीन की खेप सरकार को मिल पाएगी. ऐसे में प्री रजिस्ट्रेशन का कोई फायदा भी नही.
जारी रहेगा 45+ वालो का टीकाकरण.
सरकार के अनुसार फिलहाल प्रदेशभर में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो, डॉक्टर, नर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण जारी रहेगा. अभी राज्य में दो लाख ठीके की डोज बाकी है. केंद्र जल्द ही दो लाख वैक्सीन की खुराक और मुहैय्या कराएगी. राज्यभर में अबतक 54 लाख 44 हजार 144 लोगो का वैक्सीनशन किया जा चुका है. इनमे 47 लाख 93 हजार 790 को पहली खुराक जबकि 6 लाख 50 हजार 354 को दूसरी खुराक दी जा चुकी है.