छत्तीसगढ़ के बजट से लोगो की कितनी उम्मीदें?


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): 
छत्तीसगढ़ विधासभा के बजट सत्र का दूसरा दिन है. सीएम भूपेश बघेल 9 मार्च को बजट पेश करेंगे. इस बार का बजट एक लाख करोड़ रुपये का हो सकता है. पिछले 2 साल से कोविड की वजह से प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था डगमगाई हुई है. वहीं युवाओं का कहना है कि, इस बार के बजट में हम सरकार से उम्मीद लगा रहे हैं कि सरकार हमें रोजगार देगी. पिछले कई सालों से प्रदेश में सरकारी भर्तियों की परीक्षा रुकी है. कई ऐसे सरकारी पदों पर परीक्षाएं तो हो चुकी है. लेकिन अब तक अभ्यार्थियों का रिजल्ट आना बाकी है, ऐसे में इस बार के बजट से युवाओं को काफी उम्मीदें है.


‘सरकार के बजट में गांव, गरीबों और किसानों पर रहेगा फोकस’
अर्थशास्त्री रविंद्र ब्रम्हे ने बताया कि गांव, गरीब और किसानों के लिए हर साल सरकार बजट लाती है. सरकार की डेवलपमेंट स्ट्रेटजी है जो ग्रामीण क्षेत्र से होकर जा रही है और इसको जस्टिफाइड भी कहा जा सकता है. क्योंकि छत्तीसगढ़ गांव का प्रदेश है. यह सरकार की पूरी रणनीति है. सरकार जितनी भी योजनाएं बनाती हैं और आगे बनाएंगे. वह इससे संबंधित ही बनाती है. यही हमको आने वाले बजट में भी देखने को मिलेगा.



‘राज्य में आर्थिक विकास के कार्य बढ़ेंगे तो मिलेगा रोजगार’
अगर रोजगार की बात करें तो अनस्किल्ड जो वर्कर हैं उनके लिए मनरेगा की योजना है. वहीं, दूसरी तरफ कुछ अन्य योजनाओं के माध्यम से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार दिया जा रहा है. बजट में राज्य में स्किल्ड लोगों को कितना रोजगार मिलेगा. कोरोना के समय देखे तो आर्थिक विकास के पहिए थम गए थे. बहुत लोगों के रोजगार तक छीन गए थे. जब राज्य का डेवलपमेंट होगा और इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ट होगा तो लोगों को रोजगार भी मिलेगा. प्रदेश कोरोना से रिकवर हो रहा है तो अगर राज्य सरकार बजट के माध्यम से राज्य में आर्थिक विकास और बढ़ाती है तो रोजगार जरूर बढ़ेगा. क्योंकि यह कहा जाता है कि, अगर प्रदेश में आर्थिक विकास होगा तो लोगों को भी रोजगार मिलेगा. इसके लिए जरूरी है कि सरकार इस प्रकार की योजनाएं लाए.

‘युवाओं को रोजगार दे सरकार’
वहीं युवाओं का कहना है कि, पिछले 2 साल से ऐसे कई सरकारी भर्तियां हैं जो रुकी हुई है. कई ऐसी भर्तियां हैं जिनमें एग्जाम लिया जा चुका है. लेकिन अभी तक रिजल्ट नहीं आया है. वहीं कई ऐसी भर्ती हैं जिसके रिजल्ट आने के बाद भी अब तक रिक्रूटमेंट नहीं हो पाया है. कई युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं. कई बार हमने प्रदर्शन भी किया है. सरकार को अपने वादों को याद भी दिलाया है. बावजूद इसके युवा को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. इस बार के बजट में युवा सरकार से सिर्फ रोजगार की उम्मीद कर रहा है.