रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़)): दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को एक बार फिर विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही शुरू होगी. सोमवार को सदन में नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में एक शासकीय संकल्प उद्योग मंत्री कवासी लखमा पेश करेंगे. इसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही प्रश्नकाल में विद्या मितानों और शिक्षक भर्ती के संबंध में सवाल गूंज सकता है.
भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा लैंड डायवर्सन से संबंधित सवाल पूछेंगे. वहीं महासमुंद जिले में आपदा प्रबंधन के लिए कितनी राशि का वितरण किया गया है. ये सवाल भी सदन में गूंजेगा. भाजपा विधायक अजय चंद्राकर सवाल पूछेंगे कि प्रदेश में कितने बच्चे प्रायमरी, मिडिल औऱ हाई स्कूल में अध्यनरत हैं. कितनों को पढ़ाई तुंहर दुवार का लाभ लिया है. इस तरह विभिन्न मुद्दों पर विधानसभा में गर्मा गर्म चर्चा की संभावना है.
शीतकालीन सत्र में 2386 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शनिवार को 2386 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पास किया गया है. विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 2386 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सर्वसम्मति से पास हो गया है. इसी के साथ विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई है. सदन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत 10वीं किस्त भी जारी कर दिया है.
अबतक 32 लाख क्विंटल गोबर खरीदी
मुख्यमंत्री ने सदन में बताया कि अबतक 32 लाख क्विंटल गोबर खरीदी की जा चुकी है. इसके लिए सरकार ने 64 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया है. उन्होंने गोधन न्याय योजना पर पूछे गए विपक्ष के सवालों का भी जवाब दिया है. सीएम ने कहा कि योजना की जानकारी लेनी है तो उस गरीब आदमी से जाकर पूछें, जिसके पास न खेत है, न जानवर है, लेकिन गोबर बेचकर अपनी आमदनी कर रहा है.
गोबर हमारे लिए पवित्र
सदन में मुख्यमंत्री ने बताया कि खरीदे गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट बना रहे हैं. इससे लोगों को आमदनी हो रही है. गोधन न्याय योजना के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 16 रुपये की दर से वर्मी कंपोस्ट खाद बेचने का एमओयू किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर उनके लिए पवित्र है. यह केवल भावनात्मक बात नहीं है. देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की बात है. अबतक 2 लाख लोग गोबर बेचने के लिए पंजीयन करा चुके हैं. यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
जेसीसी(जे) विधायकों में फूट
पहली बार सदन में JCC(J) विधायकों में फूट भी देखने को मिली है. धरमजीत सिंह ने अनुपूरक बजट का विरोध किया था. जनता कांग्रेस के दूसरे विधायक देवव्रत सिंह ने इसकी जमकर तारीफ की है. देवव्रत सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल ने समावेशी विकास का मॉडल प्रदेश में लागू किया है. जब-जब किसानों को न्याय योजना का पैसा मिला, अर्थव्यवस्था में तेजी आई है. उन्होंने सदन में बताया कि छत्तीसगढ़ में कोरोना की वजह से आई मंदी का असर भी नहीं पड़ा है.