च्वाइस सेंटर चलाने वाले पिता के होनहार बेटे आकाश शुक्ला बने डिप्टी कलेक्टर.

रायपुर ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : सीजी पीएससी का परिणाम जारी कर दिया गया है। पीएससी 2020 के लिए 21 सेवाओं के लिए कुल 175 पदों के लिए विज्ञापन जारी किये गये थे। प्रारंभिक परीक्षा 14 फरवरी को हुई थी, जिसमें कुल 2763 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। मुख्य परीक्षा जुलाई में हुई, जिसमें इंटरव्यू के लिए 522 विद्यार्थियों का चयन किया गया। 522 अभ्यर्थियों में से 12 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। 510 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू हा, जिसके आधार पर रिजल्ट जारी किया गया।

मेरिट सूची में आस्था बोरकर पहले स्थान पर रही, जबकि आकाश शुक्ला दूसरे और शिल्पा देवांगन तीसरे स्थान पर रही। चौथे स्थान पर मिसा कोसले और पांचवे में आशुतोष कुमार देवांगन रहे।

पहली बार में प्री भी क्लियर नहीं…दूसरी बार में नौवीं रैंक और फिर तीसरी बार में टॉपर-2 ! विफलता किस तरह होनहारों को निखारती है, उसकी मिसाल हैं आकाश शुक्ला। महासमुंद के छोटे से गांव पटेवा से निकलकर आकाश डिप्टी कलेक्टर बनने जा रहे हैं। शुक्रवार की देर शाम जारी हुए PSC के परिणाम में महासमुंद के आकाश शुक्ला ने प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल की है।

आकाश को इतनी बड़ी कामयाबी ऐसे ही हासिल नहीं हुई। हर कदम पर आकाश का संघर्षों से सामना हुआ। 2018 में जब आकाश पहली बार UPSC की परीक्षा में बैठे, उसी दौरान उनके बड़े भाई सूरज शुक्ला की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गयी। घर के बड़े बेटे की मौत पर पूरा परिवार टूट गया., आकाश शुक्ला भी भाई की मौत से सदमे में आ गये। लेकिन वक्त के साथ जब जख्म भरा तो फिर से आकाश ने अपनी मंजिल की तरफ कदम बढ़ाना शुरू कर दिया।

आकाश के पिता पटेवा में ही एक छोटा सा च्वाइंस सेंटर चलाते हैं, मां गृहणी है। मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे आकाश बताते हैं कि उनकी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव रहे, लेकिन उन्होंने हिम्मत कभी नहीं रही।

2 साल NIT में नौकरी की, फिर दे दिया इस्तीफा

जवाहर नवोदर विद्यालय से स्कूलिंग करने वाले आकाश ने NIT रायपुर से माइनिंग इंजीनियरिंग की। और फिर 2015 से लेकर 2017 तक NIT में ही टिचिंग असिस्टेंट की नौकरी की और फिर 2017 में NIT से रिजाइन करने के बाद दिल्ली चले गये। एक साल तैयारी करने के बाद उन्होंने 2018 में पहली बार UPSC की परीक्षा दी, लेकिन प्री क्लियर नहीं हो पाया। उसी दौरान बड़े भाई की भी रोड एक्सीडेंट में डेथ में हो गयी। PSC की परीक्षा दी, लेकिन उसका भी प्री नहीं क्लियर हो पाया।

पहली बार में प्री भी नहीं क्लियर था, तीसरे प्रयास में नंबर-2 बने

आकाश शुक्ला ने 2018 में पहली बार यूपीएससी और पीएससी दोनों की परीक्षाएं दी थी, लेकिन दोनों में उन्हें नाकामी मिली। हालांकि 2019 के पीएससी में आकाश ने प्रदेश में 9वीं रैंक हासिल की थी, उन्हें लेखा अधिकारी का पद मिला था। ये परिणाम कुछ दिन पहले भी आया था, उन्होंने इसे ज्वाइन नहीं किया था। वहीं आज 2020 पीएससी में उन्होंने प्रदेश में नंबर-2 की रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर का पद पा लिया है।

UPSC में 427वीं रैंक है आकाश शुक्ला की

पीएससी 2019 और पीएससी 2020 के रिजल्ट के पहले UPSC भी पास कर चुके हैं। UPSC 2020 में आकाश शुक्ला को 427वीं रैंक मिली है। आकाश को उम्मीद है कि उन्हें IPS मिल सकता है, वो कहते हैं कि अभी पोस्ट डिक्लेयर नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि उन्हें IPS मिल सकता है।

इंटरव्यू में पूछे गये दिलचस्प सवाल

आकाश का इंटरव्यू मजेदार रहा। आकाश बताते हैं कि उनका इंटरव्यू काफी देर चला, जिसमें कई सवाल उनके माइनिंग से जुड़े सबजेक्ट से थे। उनसे पूछा गया कि माइनिंग से इंटरव्यू कैसे प्रभावित होता है। ज्यादा सवाल छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के कल्चर से पूछे गये। आकाश से पूछा गया कि आदिवासी इलाकों में अलग-अलग वस्त्र लोग पहनते हैं, उन्हे क्या कहते हैं। छत्तीसगढ़ की संस्कृति क्या है…परंपरा से जुड़े भी सवाल थे। पैनल के सदस्य ने आकाश से पूछा था कि आपका चयन यूपीएससी में भी हो गया है, पीएससी में भी हो गया है ?…तो आप किसे प्राथमिकता देंगे। जवाब में आकाश ने बताया कि अभी परिणाम जारी हुई है, मेंरे पास कंक्रीट कुछ आया नहीं है, इसलिए इस वक्त मैं तय नहीं कर पाऊंगा, कि मैं क्या चुनूंगा।