चैतुरगढ़ में जान जोखिम में डालकर भक्त पहुंच रहे हैं माता के दरबार….भय पर भारी भक्ति

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- आस्था और भक्ति, ईश्वर प्राप्ति के सरल-सहज मार्ग हैं यही कारण है कि चैतुरगढ़ में वर्तमान विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे भक्तों का जज्बा देखते ही बन रहा है।

बीते बरसात ने जिले के धार्मिक पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ में कहर बरपाया था, जिसके अवशेष देखे जा सकते हैं। जगह-जगह भारी-भरकम पत्थर भूस्खलन के रूप में गिरे पड़े हैं ।सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है, पुल पुलियों को भी नुकसान पहुंचा है, जबकि माता के दरबार तक पहुंचने के लिए बनाए गए रैंप बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। हालत यह है कि पहाड़ में जगह-जगह दरारें पड़ी है और रैम्प के किनारे,नीचे खोखले हो चुके हैं जिस पर आवाज ही खतरनाक और जानलेवा हो सकता है इसके पुनर्निर्माण में अभी समय लगेगा खतरे को देखते हुए ट्रस्ट के द्वारा चैत्र नवरात्रि पर्व को स्थगित कर दिया था लेकिन जिला कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के प्रवास और प्रयास के बाद चैत्र नवरात्र मनाया जा रहा है लेकिन उस पर भी ट्रस्ट और स्थानीय समिति का विवाद भक्तों को रास नहीं आ रहा है, यदि विवाद जल्द सुलझाया नहीं गया तो आने वाले दिनों में स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है।इसके बावजूद श्रद्धालु माता के दरबार में माथा टेकने पहुंच रहे हैं। भक्तों का जज्बा और आस्था देखते ही बन रहा है। नवरात्रि पर्व आरम्भ होने के महज 3 दिन पूर्व ही नवरात्रि मनाने का निर्णय लिया था। फल स्वरूप मंदिर के कलश भवन में प्रज्ज्वलित होने वाले सैकड़ों ज्योति कलश के दर्शन नहीं हो रहे हैं यद्यपि जिलाधीश के निर्देश पर नवरात्र पर्व मनाया जा रहा है और दोनों समितियों के द्वारा पृथक पृथक मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए हैं। लगभग 451 आस्था के दीप प्रज्वलित किए गए हैं। वही भंडारा का कार्यक्रम भी चल रहा है। मंदिर धार्मिक एवं जन कल्याण ट्रस्ट और एक स्थानीय समिति 9 दिन तक माता की पूजा अर्चना और अखंड ज्योत स्थापित कर सेवा अर्चना में जुटी हुई है।

माता के दरबार में कलेक्टर रानू साहू ने टेका माथा


जिलाधीश श्रीमती रानू साहू 15 दिन के भीतर दूसरी बार माता के दरबार पहुंची ।नवरात्रि के पूर्व चैतुरगढ़ में पर्व नहीं मनाए जाने की खबरों के बीच श्रीमती साहू ने वहां की भौगोलिक परिस्थिति का जायजा लिया और नवरात्र पर्व मनाने के निर्देश दिए थे।फलस्वरूप नवरात्र पर्व मनाया जा रहा है और स्वयं कलेक्टर श्रीमती साहू पुनः पंचमी के दिन चैतुरगढ़ पहुंच माता के दर्शन किए पूजा अर्चना की और जिले, प्रदेश एवं देश की जनता की शांति और खुशहाली की कामना की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि चैतुरगढ़ में विकास कार्यों को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा और जो भी समस्याएं हैं उसे शीघ्रता से दूर लिया जाएगा। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा ने भी मां महिषासुर मर्दिनी देवी की पूजा अर्चना की और चैतुरगढ़ की भौगोलिक स्थिति एवं धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराया।